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हरियाणा में धान उत्पादक किसानों के लिए अच्छी खबर, भाव में 300 रूपए प्रति क्विंटल तक बढ़ोतरी, जानें रेट

 
Basmati rice prices

हरियाणा में किसानों के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि इस सीजन में धान की फसल के लिए वे बेहद भाग्यशाली हो रहे हैं। पिछले सीजन की तुलना में इस बार धान की कीमतें बढ़ी हैं, जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी लौट आई है। किसानों का कहना है कि इस साल मानसून की कमी के बावजूद अच्छी भावना किसानों के नुकसान को कम कर रही है।

बासमती धान के दाम बढ़े

हरियाणा के गोहाना जिले की अनाज मंडियों में बासमती धान की कीमतें 200 रुपये से 300 रुपये तक बढ़ गईं, जिससे बाजारों में आमद बढ़ गई। किसान अपनी फसलें ट्रैक्टरों और ट्रॉलियों में भरकर मंडियों तक पहुंचा रहे हैं। धान की कीमतों में यह उछाल न केवल किसानों को खुश कर रहा है, बल्कि उनकी आमद भी बढ़ा रहा है, जिससे शहर में ट्रैफिक जाम हो रहा है।

गोहाना अनाज मंडी में बासमती धान की किस्मों की कीमत 4,000 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 4,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है. 1121 किस्म की कीमत 4750 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है. किसानों को न सिर्फ पिछले साल से ज्यादा दाम मिल रहे हैं, बल्कि कीमतों में तेज बढ़ोतरी भी देखने को मिल रही है. किसानों का कहना है कि इस बार बासमती धान के दाम और बढ़ सकते हैं।

किसानों की ख़ुशी की वजह

हाल ही में केंद्र सरकार ने न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 1,200 डॉलर प्रति टन से बढ़ाकर 950 डॉलर प्रति टन कर दिया था, जिससे धान निर्यातकों की हड़ताल खत्म हो गई थी. परिणामस्वरूप, बासमती चावल की खरीद में वृद्धि हुई है। इस बीच, हरियाणा सरकार ने भी बासमती धान की खरीद बढ़ा दी है, जिससे प्रतिस्पर्धा और बढ़ गई है। इससे धान की कीमतें और भी बढ़ने की संभावना है।

हाल ही में, केंद्र सरकार द्वारा न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 1,200 डॉलर प्रति टन से घटाकर 950 डॉलर प्रति टन करने के बाद धान निर्यातकों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली। तब से बासमती धान की खरीद जोरों पर है। इस बीच, हैफेड ने बोली पर बासमती धान खरीदने का भी फैसला किया है। जाहिर है, अगर इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी तो धान की कीमतों में और उछाल देखने को मिलेगा।

गोहाना अनाज मंडी में बासमती धान की किस्मों की कीमत 4,000 रुपये से बढ़कर 4,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है. 1121 किस्म की कीमत 4750 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है. किसानों को न केवल पिछले साल की तुलना में अधिक दाम मिल रहे हैं बल्कि कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि भी देखने को मिल रही है। किसानों का कहना है कि इस बार बासमती धान के दाम और बढ़ सकते हैं।