हरियाणा में धान उत्पादक किसानों के लिए अच्छी खबर; धान किस्मों का मिल रहा यह भाव
Dhan Mandi Bhav : केंद्र सरकार ने चावल की न्यूनतम निर्यात मूल्य को 1200 डॉलर से घटाकर 950 डॉलर में तय कर दिया है। इस फैसले के परिणामस्वरूप, चावल निर्यातकों और किसानों दोनों को ही बड़ी राहत मिली है।
Anaj Mandi Bhav : हरियाणा के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है! इस सीजन से ही धान की फसल के मामूले में बेहतर मूड का सामना किया जा रहा है। परंतु इस सुखमय मौसम के बीच, धान निर्यातकों की हड़ताल ने किसानों की चिंता बढ़ा दी थी, जिसके कारण धान के भाव में गिरावट भी आई थी। लेकिन अब केंद्र सरकार ने धान की न्यूनतम निर्यात मूल्य (Minimum Export Price - MEP) को घटाकर किसानों को बड़ा फायदा पहुँचाया है।
न्यूनतम निर्यात मूल्य कम हुआ
केंद्र सरकार ने चावल की न्यूनतम निर्यात मूल्य को 1200 डॉलर से घटाकर 950 डॉलर में तय कर दिया है। इस फैसले के परिणामस्वरूप, चावल निर्यातकों और किसानों दोनों को ही बड़ी राहत मिली है।
धान के भाव में वृद्धि
इस फैसले के परिणामस्वरूप, धान की सभी किस्मों के भाव में भी वृद्धि दर्ज की गई है। हरियाणा के करनाल जिले की तरावड़ी अनाज मंडी में धान की फसल लेकर पहुँचे किसानों को खुशखबरी है क्योंकि उन्हें अब बेहतर भाव मिल रहा है।
धान किस्मों के भाव
तरावड़ी अनाज मंडी में विभिन्न धान किस्मों के भाव की जानकारी हमें यह दिखाती है कि किसानों के लिए यह सीजन कितना खास हो सकता है।
1. बासमती चावल
बासमती चावल के मामूले में यह सीजन खुशी के साथ आया है। अब बासमती चावल का भाव प्रति क्विंटल 6581 रूपए है, जो किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है।
2. 1121 किस्म का चावल
1121 किस्म का चावल का भाव भी बढ़ गया है और अब यह 4500 रूपए प्रति क्विंटल है।
3. 1509 किस्म का चावल
1509 किस्म के चावल का भाव भी बढ़कर 3300 रूपए प्रति क्विंटल हो गया है।
4. 1718 किस्म का चावल
अब 1718 किस्म के चावल का भाव भी 4100 रूपए प्रति क्विंटल हो गया है।
इन तथ्यों से स्पष्ट होता है कि धान के किस्मों के भाव में बढ़ोतरी के साथ, किसानों के चेहरों पर खुशी का सफल आदान-प्रदान हो रहा है।
किसानों के लिए यह क्यों महत्वपूर्ण है?
किसानों के लिए धान की उपज के मूल्य की वृद्धि महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनकी आर्थिक स्थिति को सुधार सकती है। धान हरियाणा के किसानों के लिए मुख्य फसल है और इससे उन्हें आय की मुख्य रकम मिलती है। इस फैसले से, किसान अधिक मूढ़नीमी के साथ अपने उत्पादों को बेच सकेंगे और अधिक आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकेंगे।
निर्यातकों के लिए भी सुखमय समय
इस नई नीति के तहत, धान के निर्यातकों को भी लाभ पहुँचा है। उन्हें अब किसानों से धान खरीदने के लिए कम धन खर्च करना होगा, जिससे उनकी लाभमुलक स्थिति में सुधार होगा।
विधानसभा चुनावों का असर
हरियाणा में विधानसभा चुनावों के आसपास इस निर्णय का अद्भुत प्रभाव दिखा है। यह नकारात्मक समूहों को भी यह सिखाने में मदद करेगा कि सरकार किसानों के हित में कदम बढ़ा रही है और उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने के प्रति समर्थ है।