अपना बिजली बिल खत्म करें, सिर्फ 25 रुपये खर्च कर सोलर पैनल लगवाएं
प्रधानमंत्री कुसुम योजना : भारत सरकार इन दिनों किसानों का स्तर ऊंचा करने के लिए काफी प्रगति कर रही है. सरकार ने खेतों में सोलर पंप लगाने के लिए प्रधानमंत्री कुसुम योजना परियोजना शुरू की है। इस योजना के तहत किसान बहुत ही कम लागत में सोलर पंप से सिंचाई कर सकते हैं।
भारत सरकार सोलर पंप लगाने के लिए किसानों को अच्छा सहयोग दे रही है। यह प्रणाली किसानों पर सिंचाई के बोझ को कम करती है। इस योजना के तहत किसान अपने खेतों में सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप लगाकर बिजली के बिल से छुटकारा पा सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि इस सिस्टम के तहत आप कितना सपोर्ट और कैसे अप्लाई कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना क्या है?
कार्यक्रम का उद्देश्य सौर ऊर्जा संचालित और सौर ऊर्जा संचालित पंपों को बढ़ावा देना था। इसका संचालन ऊर्जा विभाग करता है। इस योजना के तहत, भारत सरकार सौर पैनलों के लिए सब्सिडी प्रदान कर रही है। यह योजना कई जगह काम कर चुकी है।
वहीं इसका ज्यादा प्रचार-प्रसार नहीं किया गया, जिसके परिणामस्वरूप भारत के कई शहर इस योजना से वंचित रह गए। प्रधानमंत्री कुसुम योगासन की शुरुआत मार्च 2019 में हुई थी। इस वर्ष के लिए कुछ नियमों और विनियमों में भी सुधार किया गया है। यह योजना उन जगहों पर काफी सफल रही जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंची है।
इस योजना की लागत क्या है?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना है। साथ ही इसका एक मुख्य लक्ष्य इसके तहत किसानों को लाभ पहुंचाना भी है. पंप सिंचाई की अक्षमता के कारण, देश के कई हिस्सों में अभी भी बिजली की कमी है।
अगर पंप सौर ऊर्जा से चलता है, तो इसका इस्तेमाल किसानों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। साथ ही किसानों को बिजली बिल से भी छूट मिलेगी। यदि मुख्य किसान द्वारा अधिक बिजली उत्पन्न की जाती है, तो किसान इसे बेचकर पैसा कमा सकता है। इस योजना से किसानों को काफी फायदा होगा।
ऐसे करें अप्लाई
- आवेदन करने के लिए आपको सबसे पहले उनकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- यहां आपको सारी जानकारी बहुत ध्यान से भरनी है।
- फिर, विज्ञापन बॉक्स को सही करने के बाद, आपको सबमिट बटन दबाना होगा।
- अंत में फॉर्म को जरूर डाउनलोड करें।
इस योजना के तहत भारत सरकार 30 किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले पंपों से जोड़ना चाहती है। इससे किसानों के साथ-साथ सभी लोगों को फायदा होगा। यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी योजना है।