Movie prime

Haryana News: अधिकारियों की खान है हरियाणा का यह गांव, अभी तक दे चुका है 100 से अधिक अधिकारी

 
हरियाणा न्यूज, सक्सेस स्टोरी, सफलता की कहानी, गांव कांवी, महेंद्रगढ़ नारनौल की ताजा खबर, haryana news, success story, village kanvi, mahendragarh narnaul latest news, Mahendragarh/Narnaul News in Hindi, Latest Mahendragarh/Narnaul News in Hindi, Mahendragarh/Narnaul Hindi Samachar

नारनौल :- दक्षिण हरियाणा में जिला महेंद्रगढ़ के गांव कांवी की बालू मिट्टी ने सैकड़ों अधिकारी दिए हैं.  इस गांव से देश एवं प्रदेश को 100 से ज्यादा प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी के Officers मिले है. गांव के बेटे-बेटियां और बहुएं IAS,  मजिस्ट्रेट, कर्नल, डॉक्टर, इंजीनियर, प्राचार्य, पीएचडी, वैज्ञानिक, एडवोकेट, जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में अपनी Service दे रही है.

नांगल चौधरी के विधायक राव अभय सिंह गांव के पहले HCD रहे और अब दो योजनाओं से लगातार विधायक हैं.  रोहतक के वर्तमान उपायुक्त यशपाल यादव भी इस गांव से संबंधित है.  गांव के विनय सिंह यादव चंडीगढ़ गृहमंत्रालय में सचिव हैं और उनकी बेटी देवयानी आईएएस हैं. गांव की बेटी याशिका फरीदाबाद की अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हैं. जिले के शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त भी कांवी गांव के ही है.  गांव के  लगभग 250 से ज्यादा शिक्षक एवं 60-70 जवान Army में भर्ती है.

मास्टर पन्ना लाल ने गांव में जगाई थी शिक्षा की ज्योति 

गांव की सरपंच उर्मिला यादव ने बताया कि गांव पहले से ही शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहा है. देश की आजादी के बाद गांव में स्कूल नहीं था, लेकिन पंडित महादेव प्रसाद नीम के पेड़ के नीचे बच्चों को बैठाकर शिक्षा प्रदान करते थे.  गांव में वह केवल एक ही शिक्षक थे.  उनके बाद 1952 में मास्टर पन्ना लाल यहां पर JBT अध्यापक के रूप में आए थे. 

गांव के इस अध्यापक ने तत्कालीन सरपंच राव सरदार सिंह के साथ मिलकर गांव से अनाज के रूप में चंदा इकट्ठा किया. उस अनाज को बेचकर गांव में एक-दो कमरे का छोटा School तैयार किया गया.  इसके बाद अध्यापक ने अपना मकान भी गांव में ही बना लिया. यें घर-घर जाकर परिजनों को बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करते थे जिसके परिणाम स्वरुप यह गांव 100 प्रतिशत साक्षर है और गांव के आईएएस, विधायक, प्राचार्य, कर्नल उनके पढ़ाए हुए हैं.  उनकी याद में पांच September को गांव में भव्य आयोजन किया जाता है.

पद का नाम – संख्या

आईएएस – 04

न्यायाधीश – 03

कर्नल – 5

जिला शिक्षा अधिकारी -02

डीएसपी – 03

बैंक अधिकारी – 06

कृषि अधिकारी – 05

आईआईटी – 03

स्कूल प्राचार्य – 01

कॉलेज प्राचार्य – 01

लेक्चरर – 06

एमबीबीएस – 20 ( 17 On Training)

ईडी सुपरिंटेंडेंट – 01

पीएचडी – 6

वैज्ञानिक -02

अध्यापक – 250

Note :  इनमें कुछ Retired अधिकारी भी शामिल हैं.

परिवार व शिक्षक निभाते हैं महत्वपूर्ण Role

रोहतक के डीसी यशपाल यादव का कहना है कि बच्चे को आगे बढ़ाने में परिवार एवं शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.  हमारे गांव में मेरे चाचा अभय सिंह यादव पहले एचसीएस रहे हैं.  उनका मार्गदर्शन  हमारे लिए बना रहा. गांव तरक्की कर रहा है, यह हमारे लिए बेहद गर्व की बात है.

100 प्रतिशत साक्षर है गांव 

गांव की सरपंच उर्मिला यादव ने बताया कि पढ़ाई के मामले में हमारा गांव जिले में Top पर है.  वर्तमान में गांव 100 प्रतिशत साक्षर है. गांव के पहले पढ़े-लिखे पंडित मातादीन थे और पहली बेटी चंपा पुत्री रामस्वरूप थीं. गांव में शिक्षा की अलख गांव चंदपुरा से आए मास्टर पन्ना लाल ने 1959 में जगाई थी. गांव ने बहुत से अधिकारी दिए हैं और आगे भी हम शिक्षा सुधार के लिए युवाओं को Motivate करते रहेंगे.