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Haryana Orbital Rail Corridor : जमीन अधिग्रहण के लिए तीन साल की रजिस्ट्री का रिकार्ड सौंपा, जल्द तय होंगे रेट

केएमपी के साथ पलवल से सोनीपत के बीच बनने वाले हरियाणा आर्बिटल रेल कोरिडोर (एचओआरसी) के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। 17 गांवों की एकड़ के हिसाब से हुई जमीन रजिस्ट्री का तीन साल पुराना रिकार्ड हरियाणा रेल संरचना विकास निगम एचआरआइडीसी को सौंप दिया

 
Haryana Orbital Rail Corridor

Haryana Orbital Rail Corridor : कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे (केएमपी) के साथ पलवल से सोनीपत के बीच बनने वाले हरियाणा आर्बिटल रेल कोरिडोर(एचओआरसी) के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है। इस जमीन के रेट तय करने के लिए बहादुरगढ़ एसडीएम कार्यालय की ओर से 17 गांवों की एकड़ के हिसाब से हुई जमीन रजिस्ट्री का तीन साल पुराना रिकार्ड हरियाणा रेल संरचना विकास निगम (एचआरआइडीसी) को सौंप दिया है। अब निगम और जमीन अधिग्रहण अधिकारियों की ओर से जमीन अधिग्रहण के लिए प्रति एकड़ के हिसाब से रेट तय किए जाएंगे।

यह फैसला जल्द ही होने का अनुमान है। रेट तय होने के बाद किसानों को मुआवजा वितरित किया जाएगा। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही रेल लाइन का काम शुरू हो सकेगा। बहादुरगढ़ व बादली क्षेत्र के 17 गांवों की करीब 425 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। 20ई का नोटिफिकेशन भी हो चुका है। उधर, बहादुरगढ़ क्षेत्र के किसानों ने पहले ही इस रेल लाइन के लिए जमीन का मुआवजा गुरुग्राम, सोनीपत व पलवल की तर्ज पर देने की मांग कर रखी है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो यहां के किसान आंदोलन कर सकते हैं।

पलवल से सोनीपत के बीच रेल लाइन के कुछ तथ्य

- सोनीपत से पलवल के बीच दौड़ेंगी सेमी हाईस्पीड सब-अर्बन ट्रेन

- 160 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी स्पीड

- सालाना 60 लाख टन माल ढुलाई करने के लिए प्रोजेक्ट किया डिजाइन

- सालाना 40 लाख यात्री सफर कर सकेंगे

- इस रेल मार्ग पर यात्री ट्रेनों के साथ मालगाड़ी भी चलेंगी, जो सीधे गुरुग्राम के क्षेत्र को दिल्ली के बाहर से राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से जोड़ेंगी।

- यह मार्ग यात्रा के समय को कम करेगा।

- दिल्ली को बाईपास करते हुए इस रेल मार्ग पर शताब्दी, सुपरफास्ट एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें चलेंगी ताकि राज्य के लोगों को तेज, विश्वसनीय, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान की जा सके।

- इस प्रोजेक्ट से हरियाणा के एनसीआर क्षेत्र में मल्टीमाडल हब विकसित करने में मदद मिलेगी।

- यह रेल मार्ग राज्य के सभी प्रमुख औद्योगिक शहरों को जोड़ने वाला होगा।

- यह दिल्ली से पलवल और सोनीपत के बीच सीधी रेल कनेक्टिविटी और असावटी (दिल्ली-मथुरा मार्ग पर), पातली (दिल्ली-रेवाड़ी मार्ग पर), आसौदा (दिल्ली-रोहतक मार्ग पर) और हरसाना कलां (दिल्ली-अंबाला मार्ग) को जोड़ने का काम करेगा।

- पलवल से सोनीपत तक हरियाणा आर्बिटल रेल कोरिडोर प्रोजेक्ट की लंबाई करीब 130 किलोमीटर किलोमीटर है

- भूमि अधिग्रहण और निर्माण के दौरान ब्याज सहित कुल परियोजना लागत 5,566 करोड़ रुपये

- इसमें 14 नए स्टेशन और तीन मौजूदा स्टेशन

- 23 प्रमुख जलमार्ग पुल

- 195 मामूली जलमार्ग पुल

- तीन नए फ्लाईओवर सहित 17 स्टेशन होंगे।

- दो रोड ओवर ब्रिज और 153 रोड अंडरब्रिज होंगे।

- सोहना के पास पहाड़ी होने की वजह से करीब चार किलोमीटर लंबी टनल बनाई जाएगी।

- बहादुरगढ़ के आसौदा रेलवे स्टेशन को जोड़ने के लिए मेन लाइन से लिंक लाइन बिछाने का प्रस्ताव