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अब गांव गुसाईआना पकड़ेगा विकास की रफ्तार, सरपंच पद के लिए इस युवा ने ठोकी ताल

ग्रामीण बोले- मुकेश गुसाईआना की होगी भारी मतों से जीत, नहीं है कोई टक्कर में।
 
Mukesh Kumar

सिरसा। सरपंच चुनाव को लेकर गांव- गांव में राजनीति गरमाई हुई है। गांव में लोग अपना सरपंच बनाने के लिए नए-नए समीकरण बनाने में लगे हुए है। गांव की चुनावी हवा हर रोज बदलती नजर आ रही है। ऐसे में गांव गुसाईयाना से सरपंच पद उम्मीदवार मुकेश कुमार ने अपने समर्थको को साथ लेकर सरपंची के लिए ताल ठोक दी है। वहीं अपने जन समूह के साथ मिलकर गांव के वोटरों को रिझाने के लिए डोर टू डोर अभियान तेजी से शुरू कर दिया है।

इस अभियान की शुरुआत सरपंच प्रत्याशी मुकेश ने सबसे पहले अपने गांव के भगवान श्री रामदेव मंदिर में मथा टेका और अपने बड़े बुजर्गो से आशीर्वाद लेकर अपनी जीत को सुनिश्चित करते हुए भारी भीड़ के साथ घर घर जाकर अपने पक्ष में वोट की अपील करते हुए तेजी से अभियान शुरू कर दिया।

पवन बेनीवाल (झाबर), राम सिंह खोड़, ओम प्रकाश माली, अनिल पटोधी, मेहरचंद खोड़, संजय बिश्नोई, प्रमोद बिश्नोई, दुर्गा राम, संदीप, रमेश, सुरेश लीलू, राम, मांगे राम, राजेंद्र, मुकेश, रूपाराम, धर्मवीर बिश्नोई, जवाहरलाल समेत अन्य गणमान्य लोगों ने बताया की मुकेश गुसाईआना का गांव में एक तरफ़ा माहौल है। उन्होंने बताया की इस बार गांव में अनुसूचित जाती में मुखिया बनाया जायेगा।

ऐसे में मुकेश गुसाईआना एकमात्र ऐसा प्रत्याशी है जो गांव में विकास करवा सकता है। गांव की समस्यांओ को ऊंच अधिकारियो के सामने रख कर उन्हें तुरंत प्रभाव से हल करवाने वाला प्रत्याशी है। उन्होंने बताया की मुकेश गोसाईआना शिक्षित, कर्मठ और ईमानदार व्यक्ति है। इसी बात को लेकर गांव में मुकेश गुसाईआना का आज एक तरफा माहौल है।

वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए मुकेश गुसाईआना ने बताया की उन्हें गांव की तरफ से अपार सहयोग और समर्थन मिल रहा है। ग्रामीणों ने जिस विश्वास के साथ उन्हें सरपंच पद उम्मीदवार बनाया है उस पर वे पूरी तरह से खरा उतरकर गांव में बिना किसी भेजभाव के विकास कार्य करवाऊंगा। मुकेश ने कहा कि उनकी सबसे पहली प्राथमिकता होगी गांव में नशे का जड़ मूल से खात्मा करेगी।

वर्तमान में नशे का प्रचलन बहुत अधिक बढ़ गया है, जिसके कारण युवा वर्ग सबसे अधिक इसका शिकार होता जा रहा है। उनकी प्राथतिकता रहेगी कि लोगों को साथ लेकर नशे रूपी इस बीमारी को जड़ से खत्म किया जाए। गांव में शिक्षा, स्वास्थ्य व् गांव की मुख्य समस्याओं को ग्रामीणों के साथ मिलकर पहली कलम से दुरुस्त किया जायेगा।