Rishabh Pant Accident: हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर और कंडक्टर ने बचाई क्रिकेटर ऋषभ पंत की जान, रोडवेज जीएम ने किया सम्मानित

पानीपत:- भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत कल दिल्ली से रुड़की जाते समय रुड़की के पास सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए. घटनास्थल पर मौजूद हरियाणा के दो लोगों ने ऋषभ पंत की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई. हादसे के तुरंत बाद वे वहां पहुंचे। हरियाणा रोडवेज के पानीपत डिपो के ड्राइवर और परिचालक दोनों ने सूझबूझ दिखाते हुए ऋषभ पंत की जान बचाई. उन्होंने ऋषभ पंत को कार से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। पानीपत रोडवेज की बस हरिद्वार से पानीपत आ रही थी।
इस तरह बस चालक व परिचालक ने ऋषभ पंत की जान बचाई
ऋषभ पंत की कार रेलिंग तोड़ते हुए बस के सामने दूसरी लाइन में जा पहुंची थी. कार बस के सामने तीन बार पलटी। ऋषभ पंत खिड़की से आधा बाहर लटके हुए थे और लहूलुहान हालत में थे। इसके लिए पानीपत रोडवेज के जीएम कुलदीप जांगड़ा ने चालक सुशील कुमार व परिचालक परमजीत को सम्मानित किया। सुशील कुमार ने बताया कि वह शाम 4:25 बजे हरिद्वार से निकले और शाम 5:20 बजे रुड़की पहुंचे। बस से महज 100 मीटर की दूरी पर एक कार रेलिंग तोड़कर उनकी लेन में घुस गई।
ऋषभ पंत कार से आधा बाहर लटके हुए थे
कार तीन बार पलटी। यात्री चिल्ला रहे थे, उन्होंने बस को साइड में कर दिया। बस रुकवाकर वे दोनों बस से नीचे कूदे और देखा कि ऋषभ पंत कार से आधा बाहर लटका हुआ है। उन्होंने ऋषभ को फुटपाथ पर लिटा दिया, वह बेहोश दिख रहा था। उन्होंने कार चेक की, कार में आग लग चुकी थी, उसी वक्त ऋषभ पंत को भी होश आ गया। उन्होंने ऋषभ पंत से पूछा कि क्या कार में कोई और है तो ऋषभ पंत ने मना कर दिया।
15 मिनट बाद एंबुलेंस मौके पर पहुंची
तब ऋषभ पंत ने उनसे पानी मांगा, लेकिन उन्होंने उनकी हालत देखते हुए देने से मना कर दिया। बाद में जब ऋषभ पंत ने उनसे दोबारा पूछा तो उन्होंने पानी पिला दिया। ऋषभ पंत ने उन्हें एंबुलेंस बुलाने के लिए कहा। ऋषभ ने कहा कि उसे अपनी मां से बात करनी है। फोन उसकी मां से जुड़ा तो फोन स्विच ऑफ मिला। वे उसे दूसरी तरफ ले गए और 15 मिनट बाद एंबुलेंस आई। ऋषभ का पैसा सड़क पर बिखरा पड़ा था। उसने 7,000-8,000 रुपये उठाए और ऋषभ के हाथ में रख दिए। गाड़ी में ब्रीफकेस था, उन्होंने ब्रीफकेस एंबुलेंस में रख दिया