Ankita Bhandari: आरोपियों ने हत्या के बाद लापता दिखा किया था गुमराह, अब अंकिता भंडारी का शव नहर से बरामद

Ankita Bhandari Murder Case: उत्तराखंड (Uttarakhand) के ऋषिकेश (Rishikesh) में चिल्ला नहर (Chilla Canal) से अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari) का शव बरामद हो गया है. परिजनों ने अंकिता भंडारी की बॉडी की पहचान कर ली है. बता दें कि आरोपियों ने अंकिता भंडारी की हत्या के बाद उसको लापता दिखाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी. जान लें कि 19 साल की अंकिता भंडारी कुछ दिन पहले लापता हो गई थी. वह एक रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी. इस मामले में रिसॉर्ट मालिक पुलकित आर्य (Pulkit Arya) समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
19 सितंबर से लापता थी अंकिता
बता दें कि उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर इलाके में एक रिसॉर्ट से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई अंकिता भंडारी की हत्या के आरोप में शुक्रवार को रिजॉर्ट संचालक के बेटे और उसके दो अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया. पौड़ी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी गंगा भोगपुर इलाके में वनतारा रिसॉर्ट में काम करती थी और 19 सितंबर से लापता थी. एसडीआरएफ अधिकारी ने कहा कि सुबह 7 बजे से सर्च ऑपरेशन चल रहा था. हमने एक महिला का शव निकाला, उसके परिजन यहां आए और उसकी शिनाख्त अंकिता भंडारी के शव के रूप में की. शव को ऋषिकेश के एम्स ले जाया गया.
अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश
जान लें कि अंकिता भंडारी मर्डर केस का मुख्य आरोपी पुलकित आर्य बताया जा रहा है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को दुखद करार देते हुए इस अपराध को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कहा कि जिस किसी ने यह क्राइम किया है, उसे कड़ी सजा दिलाई जाएगी. उन्होंने कहा कि यह दुखद और जघन्य घटना है. पुलिस अपना काम कर रही है. ऐसे अपराध करने वालों पर कठोर से कठोर कार्रवाई होगी. पीड़िता को न्याय दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा.
आरोपियों ने पुलिस को किया था गुमराह
वहीं, पौड़ी के एएसपी शेखर चन्द्र सुयाल ने कहा कि पीड़िता के भाई और पिता ने बॉडी की पहचान की है. अंकिता भंडारी की गुमशुदगी के संबंध में पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में केस दर्ज कराया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरुवार को उसे लक्ष्मणझूला पुलिस को सौंपा गया जिसने 24 घंटे के अंदर तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया. उन्होंने बताया कि पूछताछ में पहले तो आरोपी टाल मटोल करते रहे और पुलिस को गुमराह करते रहे लेकिन सख्ती से पूछने पर उन्होंने अंकिता भंडारी की हत्या कर उसका शव चिल्ला नहर में फेंकने की बात कबूल कर ली.