हरियाणा के सिरसा में जन्म से पहले लिंग जांच करने वाले गिरोह का पर्दाफ़ाश, तरीका जानकार चौंक जाएंगे आप
हरियाणा के सिरसा में पेशाब को हथेली पर लेकर उसमें दवाई मिलाकर भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पीएनडीटी टीम ने गिरफ्तार किया है। दोनों टेंट लगाकर चूरन व देसी दवाई बेचने का काम करते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मामले की शिकायत सिविल लाइन थाना पुलिस को दी है। इसके बाद पुलिस ने पीएनडीटी सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
पीएनडीटी टीम के इंचार्ज दीपक कंबोज ने बताया कि शहर के बरनाला रोड पर एक तंबू लगाकर देसी दवाई बेचने वाले व्यक्ति की भ्रूण लिंग जांच करने की शिकायत आई थी। इसके बाद उन्होंने जमाल एमओ डॉ. संकेत सेतिया, दड़बा एमओ डॉ. अवतार सिंह की टीम का गठन किया और एक डिकोय तैयार किया। टीम के सदस्य डिकोय को लेकर बरनाला रोड स्थित आरोपी पाली नाथ निवासी बप्पा के पास पहुंचे।
यहां पर पाली ने पहले डिकोय की नब्ज की जांच की। इसके बाद उसने महिला के गर्भ में लड़की होने की आशंका जाहिर की। ऐसे में उसने भ्रूण लिंग जांच के लिए अन्य व्यक्ति को बुलाने की बात कही और 25 हजार रुपये लगने का कहा। टीम ने आरोपी को 25 हजार रुपये जमा करवा दिए।
आरोपी पाली नाथ ने अपने साथी जस्सा नाथ अथवा एजेंट से संपर्क किया। एजेंट मानसा से सिरसा में जांच करने के लिए पहुंचा। एजेंट पन्नी वाला मोटा का निवासी था। आरोपी ने गर्भवती के यूरिन के सैंपल लिए और उसे हथेली पर रखकर एक दवाई का उसमें मिश्रण किया। इसके बाद गर्भ में लड़की होने की बात कही।
टीम ने दोनों आरोपियों को काबू कर लिया और मामले की शिकायत पुलिस को दी है। टीम ने पाली नाथ से 23 हजार और एजेंट के पास से दो हजार रुपये की रिकवरी हुई है। पीएनडीटी इंचार्ज ने बताया कि गर्भ में दवाई से लड़की को लड़का बनाने की कोई भी दवा नहीं है। ऐसे आरोपी लोगों को धोखे में रखकर उनसे रुपये ऐंठते थे