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Haryana में किसानों की बल्ले-बल्ले, 75 प्रतिशत सब्सिडी पर मिलेगा सौर ऊर्जा पंप, इस तारीख से पहले कर दें अप्लाई

 
75 percent subsidy

Haryana Kranti, चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने कृषि गतिविधियों में सौर ऊर्जा का उपयोग करते हुए किसानों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल (CM Manohar Lal News) के कुशल नेतृत्व में यह पहल राज्य के किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है। इसके तहत, किसानों को सौर पंप पर 75% सब्सिडी (75% subsidy on solar pumps) प्रदान की जा रही है। इस योजना के लाभ को प्राप्त करने के लिए किसानों को 14 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन करने का मौका है।

सौर ऊर्जा से किसानों को मिलेगा लाभ

राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाभियान, या पीएम-कुसुम योजना (PM-Kusum Scheme) के तहत किसानों को सौर ऊर्जा से सिंचाई करने का एक नया मौका प्रदान किया है। इस योजना के अंतर्गत, किसानों को सिंचाई के लिए सोलर पंप सेट खरीदने पर 75% सब्सिडी मिलेगी। यह न केवल किसानों के लिए एक आर्थिक सहारा होगा, बल्कि इससे सिंचाई कार्य में भी सुरक्षा बनेगी।

आवेदन प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए, एडीसी डा. वैशाली शर्मा ने बताया कि किसानों को ऑनलाइन पोर्टल पर 14 नवंबर तक आवेदन करने का मौका है। चयन के लिए उम्मीदवारों की वार्षिक आय और भूमि धारण का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके बाद, चयनित उम्मीदवारों को सूचीबद्ध कंपनी का चयन करने का अवसर मिलेगा।

बिजली बचाएं, आय बढ़ाएं

एडीसी डा. वैशाली शर्मा ने बताया कि हरियाणा सरकार (Government of Haryana) द्वारा पीएम-कुसुम योजना के तहत सिंचाई कार्य के लिए सौर पंपों को प्रोत्साहित करना एक अद्वितीय पहल है। परंपरागत ट्यूबवेलों की जगह, सौर पंप सेट का उपयोग करके पानी और बिजली की बचत को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने इस परियोजना में माइक्रो इरीगेशन पर भी ध्यान केंद्रित किया है।

डा. शर्मा ने इस योजना के अंतर्गत दी गई सूचना के अनुसार कहा कि यह योजना किसानों को बहुपरकारी लाभ प्रदान करेगी। सौर ऊर्जा से संचालित पंपों का उपयोग करके किसान डीजल की बचत कर सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। इससे न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि यह एक साथ ही ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देगा।

हरियाणा के खेतों में हरियाली

सौर ऊर्जा का इस प्रकार का उपयोग करने से किसानों को खेतों में फसलों की सिंचाई करने के लिए बिजली पर निर्भरता को कम करने का सौभाग्य मिल रहा है। अब, सौर ऊर्जा से संचालित पंपों से निकलने वाला पानी हरे भरे खेतों को सजीवता देने में योगदान कर रहा है।

एडीसी डा. वैशाली शर्मा ने इस समृद्धि के क्षेत्र में सरकार के प्रयासों की सराहना की और बताया कि माइक्रो इरीगेशन पर भी बड़ा ध्यान दिया जा रहा है। इससे न केवल जल संरक्षण होगा, बल्कि किसानों को अतिरिक्त कमाई का अवसर भी मिलेगा।