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Haryana News : हरियाणा में 10 सितंबर को बंद रहेगी मंडियाँ, आड़ती नहीं करेंगे खरीद, जानिए क्या है वजह?

 
Haryana News : हरियाणा में 10 सितंबर को बंद रहेगी मंडियाँ, आड़ती नहीं करेंगे खरीद, जानिए क्या है वजह?

हरियाणा राज्य की सभी अनाज मंडियां 10 सितंबर को पूर्णत: बंद रहेंगी। सभी आढ़ती अपनी दुकानों को बंद कर इस दिन गोहाना में प्रस्तावित हरियाणा स्टेट अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन की रैली में शामिल होने जाएंगे। जिसमें बासमती धान की खरीद को ई-नेम से जोड़ने के विरोध के साथ-साथ आढ़तियों को 2.5 प्रतिशत आढ़त दिए जाने आदि मांगों के समर्थन में आंदोलन का एलान किया जा सकता है। करनाल अनाज मंडी में स्टेट चेयरमैन रजनीश चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित आढ़तियों की बैठक में किसानों से भी आह्वान किया गया कि वह 10 सितंबर को अनाज लेकर मंडियों में न आएं।

सोमवार को अनाज मंडी करनाल में आयोजित आढ़ती एसोसिएशन की बैठक में जिले की सभी मंडियों के आढ़ती एसोसिएशनों के प्रधान व अन्य पदाधिकारियों ने सहभागिता की। स्टेट चेयरमैन रजनीश चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार आढ़ती विरोधी फैसले कर रही है। जिससे आढ़तियों व किसानों के बीच लंबे समय से चला आ रहा घर परिवार जैसा रिश्ता खत्म हो रहा है।

सीमांत किसानों की फसल को हरियाणा में आने से रोकने, फसल का भुगतान सीधे किसानों के खाते में देने, आढ़तियों को एलान के बावजूद 2.5 प्रतिशत आढ़त नहीं देने, हरियाणा की मंडियों में चार प्रतिशत शुल्क वसूलने और अब महीन धान की खरीद पर ई-नेम व्यवस्था लागू करने से आढ़ती हाशिए पर आ गए हैं।

उन्हें अपने पुश्तैनी कारोबार से पलायन करने को विवश होना पड़ रहा है। एसोसिएशन के प्रधान अशोक गुप्ता आदि प्रांतीय पदाधिकारियों ने कई बार मांगों को सरकार के सामने रखा है, लेकिन सरकार समस्याओं के निदान के प्रति गंभीर नहीं है। इन्हीं सब समस्याओं को लेकर प्रदेश कार्य कार्यकारिणी ने 10 सितंबर को गोहाना की अनाज मंडी में राज्यस्तरीय रैली करने का आह्वान किया है।

बैठक में घरौंडा मंडी से प्रधान विनोद जैन व पवन गुप्ता, इंद्री मंडी से ईशम सिंह, असंध मंडी से रामनिवास जिंदल, जुंडला मंडी से जसवंत सिंह, बयाना मंडी से राजेश कलसौरा, कुंजपुरा मंडी से जसमेर सिंह, निगदू मंडी से ओम प्रकाश कैरा, निसिंग मंडी से बलबीर सिंह राणा और वेद प्रकाश त्यागी और सतनारायण गर्ग, घीड़ मंडी से बलबीर सिंह कांबोज आदि आढ़ती पदाधिकारी शामिल रहे।

करनाल से आढ़तियों की खबर का जोड़

बासमती की बंपर आवक को देखते हुए हरियाणा सरकार ने पिछले महीने महीन धान की खरीद को ई-नेम योजना से जोड़ दिया है। यह राष्ट्रीय कृषि बाजार से जुड़ा पोर्टल है, जिसमें कोई भी पंजीकृत व्यापारी फसल को देश के किसी भी हिस्से में बैठकर खरीद सकता है।

ई-नेम व्यवस्था लागू होने से खरीदार राइस मिलर्स व आढ़तियों को विक्रय अनुबंध पत्र (सेल एग्रीमेंट), विक्रय बिल आदि जारी करने के साथ-साथ पूरा डाटा पोर्टल पर भरना होगा। मंडी में आते समय, खरीद के समय, मंडी से जाते समय गेटपास सहित पूरा रिकॉर्ड सरकार के पास रहेगा।