Mausam Ka Haal: शीतलहर के बीच आज 10 से ज्यादा राज्यों में बारिश के आसार, जानें मौसम विभाग का अलर्ट
Aaj Ka Mausam: हिमालयी इलाकों में आज भी बर्फबारी के साथ-साथ बारिश की संभावना है। साथ ही दक्षिणी भारत के कई इलाकों में बारिश के आसार हैं।
Aaj Ka Mausam: देश के मौसम के मिजाज में तेजी से बदलाब हो रहा है। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पर रही है। कई जगहों पर तो शीतलहर का प्रकोप तेज हो गया है। इस बीच आज उत्तर भारत के कई इलाकों में बारिश लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती है। वहीं आज दक्षिण भारत के कई राज्यों में बारिश का पूर्वानुमान है।
पहाड़ों पर आज भी कई जगहों पर हिमपात के साथ-साथ बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग (India Meteorological Department) के पूर्वानुमान के मुताबिक कुछ दिनों तक गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ों पर बर्फबारी (Snowfall) के साथ बारिश के आसार हैं। इसके साथ ही हिमालयी राज्यों के कई जगहों पर तापमान का पारा लुढ़कर शून्य से नीचे माइनस में पहुंच गया है।
वहीं पहाड़ों से चलने वाली ठडी हवाओं का असर देश के मैदानी इलाकों पर साफ तौर देखा जा रहा है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में लगतार ठंड बढ़ती जा रही है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, समेत कई राज्यों में तापमान का पारा तेजी से नीचे लुढ़कता जा रहा है। आलम यह है कि दिसंबर के तीसरे हफ्ते में ही देश के कई हिस्सों में शीतलहर चलने लगी है। इससे लोगों की मुश्किलें लगतार बढ़ती दिख रही है।
इसके साथ ही धुंध और कहरे ने भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। सुबह और शाम के समय कोहरे के कारण विजिबिलिटी काफी कम हो जाती है। जिससे यातायात काफी प्रभावित हो रहा है। कोहरे की सबसे ज्यादा मार लंबी दूरी की ट्रेनों पर भी पड़ रही है। कोहरे के कारण ट्रेनें भी लेट हो रही है। इससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के मुताबिक गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और हिमपात हो सकता है। वहीं तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप समूह समेत कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश संभव है। अगले 24 घंटों के दौरान पूरे उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है। इसके बाद एक बार फिर तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी।