आजादी 75 साल बाद भुखमरी के कगार पर पाकिस्तान, भारत ने छू रहा आसमान
देश अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे कर चुका है. सोमवार यानी 15 अगस्त को हम अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे.
ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इसके साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों को आज शाम तक अंतिम रूप दिया जा रहा है. वहीं, दिल्ली में आतंकी खतरे को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
राष्ट्रीय राजधानी में स्वतंत्रता दिवस की खासी तैयारियां की गई हैं. यहां आजादी का जश्न मनाने के लिए हर कोई तैयार है. लाल किले और उसके आसपास एक मल्टी लेयर सिक्योरिटी की व्यवस्था की गई है. सोमवार सुबह से लाल किले में होने वाले कार्यक्रमों और सुरक्षा व्यवस्थाओं का लगातार अवलोकन किया जा रहा है.
ऐसा है कार्यक्रम...
- लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी तिरंगा फहराएंगे और देश को संबोधित करेंगे. कार्यक्रम में दुनियाभर से कई वीआईपी/वीवीआईपी, विशेष आमंत्रित लोग, एनसीसी के कैडेट और अन्य लोगों की उपस्थिति होगी.
लाल किले पर ऐसी है सुरक्षा व्यवस्था
- वीवीआईपी काफिले के लिए खास सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इनके वाहनों को अलग से रूट तय किया गया है. इसके अलावा, आपात स्थिति से निपटने की भी पुख्ता तैयारियां हैं. कार्यक्रम में आने वाली भीड़ को संभालने की स्पेशल तैयारी की गई है. वहीं, कोरोना को देखते हुए प्रोटोकॉल का पालन भी करवाया जाएगा.
- लाल किले के चारों ओर पांच किलोमीटर के दायरे में हवाई निगरानी भी होगी. इस इलाके को नो काइट फ्लाइिंग जोन (No-Kite-Flying Zone) घोषित किया गया है.
- सभी सुरक्षाकर्मी ये सुनिश्चित करेंगे कि आम जनता और आमंत्रित व्यक्तियों को तलाशी लेने/जांच करने के बाद अंदर प्रवेश दिया जाएगा. बैग, बॉक्स, कैमरा, कार की चाबियां और ऐसे अन्य सामान साथ ले जाने की अनुमति नहीं होगी.
- कार्यक्रम पूरा होने तक लोगों को लाल किले की ओर नहीं बढ़ने दिया जाएगा. सभी जोनल अधिकारी/सेक्टर अधिकारी को ये विशेष निर्देश दिए गए हैं.
-ये सुनिश्चित किया जाएगा कि वीवीआईपी के जाने के बाद ही बाड़े के पीछे की ओर से नेताजी सुभाष मार्ग की ओर व्यवस्थित तरीके से निकासी की जाएगी.
- कार्यक्रम के समापन के बाद भीड़ नेताजी सुभाष मार्ग पर लाल किले की ओर दौड़ सकती है. भीड़ के पूरी तरह से तितर-बितर होने तक व्यवस्थाओं को बरकरार रखने की तैयारी के लिए कहा गया है.
- कार्यक्रम खत्म होने के आदेश की घोषणा होने से पहले कोई भी अधिकारी अपने ड्यूटी के स्थान को नहीं छोड़ेगा.
कार्यक्रम के आसपास पार्किंग योजना...
- लाल किले के आसपास वाहनों के आसानी से एंट्री करने, पार्किंग और बेहतर यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी.
- समारोह से ठीक पहले भारी बारिश की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा और यातायात को संभालने के लिए पार्किंग स्थल का लगातार निरीक्षण किया जाएगा.
- सुरक्षा कर्मियों को विशेष वाहन चेकिंग गैजेट्स से लैस किया जाएगा.
- चौसर से चलने वाले वाहनों को लावारिस स्थिति में नहीं छोड़ने दिया जाएगा.
- लाल किले के आसपास यातायात प्रतिबंधित रहेगा.
दिल्ली में कुछ सड़कें सोमवार तड़के सुबह 4 बजे से 10 बजे तक सामान्य यातायात के लिए बंद रहेंगी. यहां सिर्फ लेबल वाले वाहनों को ही जाने की अनुमति मिलेगी. इनमें...
- नेताजी सुभाष मार्ग पर दिल्ली गेट से छत्ता रेल तक.
- लोथियन रोड पर जीपीओ दिल्ली से चट्टा रेल तक.
- एसपी मुखर्जी मार्ग पर एचसी सेन मार्ग से यमुना बाजार चौक तक.
- चांदनी चौक रोड पर फाउंटेन चौक से लाल किला तक.
- निषाद राज मार्ग पर रिंग रोड से नेताजी सुभाष मार्ग तक.
- एस्प्लेनेड रोड और इसके लिंक रोड से नेताजी सुभाष मार्ग तक.
- रिंग रोड पर राजघाट से आईएसबीटी तक.
- आउटर रिंग रोड पर आईएसबीटी से आईपी फ्लाईओवर यानी सलीमगढ़ बाईपास तक.
दिल्ली के बॉर्डर पर कॉमर्शियल/परिवहन वाहनों पर प्रतिबंध
- रविवार को रात 10 बजे से सोमवार सुबह 11 बजे तक कॉमर्शियल और परिवहन वाहनों की आवाजाही के लिए दिल्ली से सटे बॉर्डर बंद रहेंगे. इनमें...
- नोएडा बॉर्डर, लोनी बॉर्डर, सिंघू बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, बादरपुर बॉर्डर, साफिया बॉर्डर, महाराजपुर बॉर्डर, आया नगर बॉर्डर, औचंडी बॉर्डर, सूर्य नगर बॉर्डर, रजोकरी बॉर्डर, ढांसा बॉर्डर, अप्सरा बॉर्डर, कालंदी कुंज बॉर्डर, झरोदा बॉर्डर, भोपुरा बॉर्डर, लाल कुआं पुल प्रह्लादपुर बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर शामिल है.
ये रूट डायवर्जन रहेंगे...
जीटी रोड / आईएसबीटी कश्मीरी गेट ब्रिज: कौरिया पुल / लाल किला / पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए जाने वालीं बसें आईएसबीटी ब्रिज (युधिष्ठिर सेतु) से होकर संचालित होंगी और मोरी गेट यू-टर्न के पास बुलेवार्ड रोड तक पहुंचेंगी.
बरफ-खाना से आने वाली बसें...
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन/कौरियापुल/लाल किला/जामा मस्जिद तक जाने वालीं सभी बसें यहां तक जाएंगी...
1. पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए रोशनारा रोड से आने वाली बसें तीस हजारी कोर्ट के अंदर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया तक जाएंगी.
2. पुरानी रोहतक रोड से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, लाल किला के लिए जाने वाली बसें मोरी गेट तक जाएंगी.
3. नई रोहतक रोड से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, लाल किला के लिए आने वाली बसें तिकोना पार्क और गेट तीस हजारी कोर्ट के बीच गोखले मार्ग तक जाएंगी.
4. मलकागंज से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, लाल किला के लिए आने वाली बसें तिकोना पार्क की चारदीवारी से सटे गोखले मार्ग पर जाकर रुकेंगी.
अजमेरी गेट/मिंटो ब्रिज से आने वाली बसें...
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, लाल किला, भाई माटी दास चौक, मोरी गेट, आईएसबीटी, प्रगति मैदान और अंबेडकर स्टेडियम टर्मिनल तक जाने वाली सभी बसें तुर्कमान गेट आसफ अली रोड तक जाएंगी.
मॉल रोड से आने वाली बसें यहां तक जाएंगी...
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, लाल किला, जामा मस्जिद, कौरिया पुल तक जाने वाली सभी बसें बुलेवार्ड रोड पर मोरी गेट तक ही जाएंगी.
दक्षिण दिल्ली से आने वाली बसें...
दक्षिण दिल्ली से लाल किला, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, भाई माटी दास चौक (फाउंटेन) के लिए जाने वाली बसें रिंग रोड-एनएच-24, सीमांत बांध (पुष्ता) रोड, नए आईएसबीटी ब्रिज के रास्ते डायवर्ट की जाएंगी और बुलेवार्ड रोड पर जाकर रुकेंगी.
दिल्ली में खुफिया एजेंसियों का अलर्ट
बता दें कि 15 अगस्त के मौके पर खुफिया एजेंसियों ने मल्टी टेरर अलर्ट भेजा है. दिल्ली से लेकर तमाम स्टेट्स को अलर्ट पर रहने को कहा गया है. दिल्ली में खासतौर पर चौकसी बरतने को कहा गया है. आज तक के पास मौजूद अलर्ट की कॉपी के मुताबिक दिल्ली समेत पूरे देश में 2022 इंडिपेंडेंस- डे का जश्न मनाया जाना है.
सब कुछ तय वक्त में होता है. ऐसे में आतंकवादी हमले की फिराक में रहते हैं. इनपुट्स के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का काफी ज्यादा दबाव अलग-अलग खालिस्तानी आतंकी संगठनों पर है कि वो पंजाब और पड़ोसी राज्यों में ज्यादा से ज्यादा आतंकी हमलों को अंजाम दें.
इनपुट के मुताबिक ISI ने खालिस्तानी अटांकियों और इस्लामिक आतंकियों का नया गठजोड़ तैयार किया, जिसमें जम्मू कश्मीर के आतंकी संगठनों को मिलाया गया है. ऐसे में दिल्ली पुलिस समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट रहने को कहा गया है और सभी संदिग्ध लोगों के गतिविधियों पर नजर रखने को कहा गया है.