Movie prime

Delhi Ki Hawa : दिल्ली में हवा सामान्य से 5 गुना ज्यादा जहरीली, सांस लेना भी हुआ खतरनाक ?

 
Delhi AQI

Delhi AQI : राजधानी होने के नाते दिल्ली प्रदूषण के बड़े संकट से जूझ रही है. जब दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ जाए कि वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार पहुंच जाए तो उसे बेहद गंभीर श्रेणी में रखा जाता है. यह बड़ी समस्या की ओर इशारा करता है और हमें इसका समाधान ढूंढना होगा।

प्रदूषण के बढ़ते स्तर का सच

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है और यह एक गंभीर समस्या बनती जा रही है. वायुमंडल के निचले हिस्से में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण दिल्ली के वातावरण में धुंध की मोटी चादर छा गई है।

यहां दिल्ली की हवा में प्रदूषण के स्तर के बारे में विवरण दिया गया है:

प्रदूषण का स्तर: दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर सामान्य से लगभग पांच गुना अधिक है। इसके चलते वायु गुणवत्ता सूचकांक 454 अंक पर है, जिसे बेहद गंभीर श्रेणी में रखा गया है।

पीएम 10 और पीएम 2.5 का स्तर: पीएम 10 और पीएम 2.5 का स्तर भी चिंता का कारण है। इनका स्तर भी सामान्य से अधिक है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य खतरे में है। पीएम 10 का स्तर 475 और पीएम 2.5 का स्तर 390 पर है, जो बेहद चिंताजनक है.

प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण

दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि के पीछे कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं:

मौसम में बदलाव: आमतौर पर सर्दियों के महीनों में दिल्ली में प्रदूषण कम होता है, लेकिन इस बार मौसम में बदलाव के कारण अक्टूबर में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया।

वर्षा की कमी: वर्षा की कमी ने भी प्रदूषण को बढ़ावा दिया है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस बार कम बारिश प्रदूषण स्तर बढ़ने का मुख्य कारण है।

हवा की गति में कमी: हवा की गति में कमी ने भी प्रदूषण को बढ़ावा दिया है। इसकी वजह से प्रदूषक कण धीरे-धीरे फैल रहे हैं और वायुमंडल में इनका जमा होना बड़ी समस्या पैदा कर रहा है।

स्वास्थ्य ख़तरे

इस बढ़ते प्रदूषण स्तर के कारण दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य पर भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है. प्रदूषण का स्तर इतना अधिक होने से लोगों को श्वसन संबंधी बीमारियाँ, हृदय रोग और मानसिक मंदता जैसी बढ़ती समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

इसके अलावा, बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं भी विशेष रूप से संवेदनशील हैं और प्रदूषण के बढ़ते स्तर से अधिक प्रभावित हैं।

आपातकालीन स्थिति

जब प्रदूषण का स्तर इतना अधिक होता है तो आपात स्थिति उत्पन्न हो जाती है। रविवार को पीएम 10 का स्तर 500 से ऊपर और पीएम 2.5 का स्तर 300 से ऊपर पहुंच गया, जिससे लोगों को बेहद सतर्क रहना पड़ा।