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शराबियों के लिए बुरी खबर, November महीने में इतने दिन बंद रहेंगी शराब की दुकानें, चेक करें लिस्ट

 
Liquor Shop Closed

Haryana Kranti, नई दिल्ली: धनतेरस का सीजन आ गया है और इसके साथ ही दिवाली और भैया दूज भी नजदीक हैं। इस मौके पर लोग तो तैयारी में हैं सोने-चांदी, बर्तन आदि की खरीदारी करने की, लेकिन शराब के शौकीन भी इस मौके का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में इस मौके पर क्या होगा? यहां जानिए!

धनतेरस पर खुली रहेंगी शराब की दुकानें

नवंबर में, धनतेरस के दिन, उत्तर प्रदेश सरकार और आबकारी विभाग की पॉलिसी के मुताबिक, शराब की दुकानें खुली रहेंगी। इसका मतलब है कि शराब के शौकीन इस त्योहार के मौके पर अपनी पसंदीदा शराब खरीद सकेंगे। धनतेरस के मौके पर लोग सोने-चांदी और बर्तन की खरीदी के साथ-साथ, अपने मनपसंद पेग की बोतलें भी खरीदेंगे।

दिवाली के दिन बंद रहेंगी शराब की दुकानें

लेकिन धनतेरस के बाद, जब दिवाली का दिन आएगा, तो यूपी में सभी शराब की दुकानें बंद रहेंगी। यह यूपी सरकार की निर्णयक नीति है जो दिवाली के दिन शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाती है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि लोग इस पवित्र दिन को शराब के साथ नहीं मनाते हैं और वे इसे धार्मिक भावनाओं के साथ मनाते हैं।

नवंबर में अन्य ड्राई डे

धनतेरस और दिवाली के बाद, नवंबर में और भी कुछ खास दिन हैं जब शराब की दुकानें बंद रहेंगी। इनमें से कुछ विशेष दिन हैं:

  • 23 नवंबर: कार्तिक एकादशी (Kartik Ekadashi) - इस दिन भी यूपी में शराब की दुकानें बंद रहेंगी। धार्मिक महत्व के कारण, लोग इस दिन शराब का सेवन नहीं कर सकेंगे।

  • 27 नवंबर: गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) - गुरु नानक जयंती के दिन भी शराब की दुकानें बंद रहेंगी। यह एक महत्वपूर्ण सिख धर्मी त्योहार है और उसे ध्यान में रखते हुए, शराब का सेवन इस दिन नहीं होगा।

ड्राई डे के पिछले साता स्वरूप

ड्राई डे एक विशेष दिन है जब शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य धार्मिक और सामाजिक उत्सवों, त्योहारों, और महापुरुषों के सम्मान में है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि लोग इन महत्वपूर्ण दिनों को शराब के साथ नहीं जोड़ते और उन्हें धार्मिक भावनाओं के साथ मनाते हैं।

इसके अलावा, राष्ट्रीय अवकाश जैसे सरकारी और राजकीय अवकाश के दिनों पर भी ड्राई डे का आयोजन किया जाता है। यह सुनिश्चित करने का एक तरीका है कि लोग राष्ट्रीय एकता, स्वतंत्रता, और गणतंत्र दिवस को शराब के साथ नहीं मनाते और इन महत्वपूर्ण दिनों को गर्व से मनाते हैं।