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दीपावली से पहले इन 9 गांवों के किसान बने रातोंरात करोड़पति; मिला करोड़ों का मुआवजा

आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि इस परियोजना के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण में शामिल किसानों को 600 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा भी समय पर दिया जा चुका है।

 
Ganga Expressway land acquisition

उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने राज्य के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है और इसका सबसे बड़ा सबूत गंगा एक्सप्रेसवे की योजना है, जिसे कुंभ-2 से पहले पूरा करने की तैयारी है। इस लेख में हम आपको इस अनूठी परियोजना के बारे में विस्तार से बताएंगे, जो उत्तर प्रदेश के विकास और कनेक्टिविटी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

गंगा एक्सप्रेस वे

यूपी सरकार ने उत्तर प्रदेश में विकास और सड़क परिवहन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण परियोजना - गंगा एक्सप्रेसवे शुरू की है। मेरठ से प्रयागराज तक कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए बनाया जा रहा यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है।

गंगा एक्सप्रेस वे का अद्भुत दृश्य

करीब 600 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण शहर जुड़ जाएंगे. वायरिंग परियोजना का उद्घाटन कुंभ मेला-2025 के अवसर पर होने वाला है, जिससे पर्यावरण और परिवहन के क्षेत्र में एक नई क्रांति आएगी।

इस एक्सप्रेसवे की खास बात यह है कि इसे गंगा नदी के तट पर बनाया जा रहा है, जिससे नगर पालिकाओं और कस्बों को इस नदी की सुंदरता का लाभ मिलेगा और यातायात में भी सुधार होगा।

भूमि का अधिग्रहण

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPDA) ने निर्माण कंपनी को गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए विशेष रूप से निर्देशित किया है, और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।

मेरठ शहर में भूमि अधिग्रहण के साथ-साथ भूमि बैनामा द्वारा भूमि की खरीद पूरी हो चुकी है, और यह परियोजना की तैयारी में एक महत्वपूर्ण कदम है।

किसानों के लिए अच्छे दिन

आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि इस परियोजना के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण में शामिल किसानों को 600 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा भी समय पर दिया जा चुका है।

अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने बताया कि किसानों को क्रमिक अधिग्रहण के तहत मुआवजा दिया जा रहा है, जिससे उन्हें उनकी खोयी जमीन की भरपाई हो जायेगी.

यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे किसानों को उनकी मूल आय से जुड़े विकल्प मिलेंगे और उनका विकास होगा।

डीएम दीपक मीणा ने बताया कि एक्सप्रेस-वे के लिए आवश्यक भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और बिक्री पत्र यूपीईआईडीए को सौंप दिया गया है।

यूपी के विकास की राह

गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल यातायात सुदृढ़ होगा, बल्कि भूमि अधिग्रहण के माध्यम से किसानों को भी विकास के पथ पर आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।

यह परियोजना उत्तर प्रदेश को नई व्यापार और पर्यटन संभावनाओं की ओर अग्रसर करेगी और राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को भी स्थिर करेगी।