भगवंत मान का बड़ा ऐलान, 'आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसान को 1 करोड़ मुआवजा, बहन को सरकारी नौकरी'
Haryana Kranti News, नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Chief Minister Bhagwant Hon) ने किसान आंदोलन के बीच हुई हत्या मामले में एक बड़ा और उदार कदम उठाते हुए कहा है कि किसान शुभकरण के परिवार को पंजाब सरकार (Government of Punjab) एक करोड़ रुपये की मुआवजा राशि देगी और शुभकरण की छोटी बहन को सरकारी नौकरी भी मिलेगी। भगवंत मान की सोशल मीडिया पोस्ट (Social media posts of Bhagwant Mannमें इस घोषणा को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
भगवंत मान का सोशल मीडिया पोस्ट
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से अपना ऐलान किया, जिसमें उन्होंने खुद को और उनकी सरकार को मरे गए किसान शुभकरण के परिवार के साथीयों के समर्थन में उत्तरदाता मानते हुए बताया है। इस आपत्तिजनक समय में, उनका यह वक्तव्य पंजाब की जनता में आशीर्वाद और समर्थन प्राप्त कर रहा है।
एक करोड़ रुपये की मुआवजा राशि
इस बड़े और उदार कदम के तहत, पंजाब सरकार ने शुभकरण के परिवार को एक करोड़ रुपये की मुआवजा राशि देने का ऐलान किया है। यह कदम परिवार को इस मुश्किल समय में आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए है और इससे उन्हें संजीवनी मिलेगी।
सरकारी नौकरी का वादा
साथ ही, मुख्यमंत्री ने शुभकरण की छोटी बहन को सरकारी नौकरी देने का भी वादा किया है। यह कदम न केवल परिवार को साथीयों की कमी को महसूस करने में मदद करेगा, बल्कि शुभकरण की बहन को एक स्थायी आर्थिक स्रोत प्रदान करेगा।
खुद बनाया था सुबह का नाश्ता
किसान नेताओं की माने तो शुभकरण सिंह ने बुधवार को आंदोलन वाली जगह पर सुबह का नाश्ता भी खुद अपने साथियों की मदद से बनाया था. किसानों ने बताया कि शुभकरण सिंह ने अपने साथियों से यह भी कहा था कि साथ में खाना खा लो, आगे न जाने कब साथ बैठने का या खाना खाने का मौका मिले.
13 फरवरी को पहुंचा था खनौरी बॉर्डर
शुभकरण सिंह 2 साल जब दिल्ली में किसान आंदोलन हुआ था तो उसमें भी किसान यूनियन की तरफ से शामिल हुआ था. भारतीय किसान एकता सिद्धपुर यूनियन से ताल्लुक रखने वाला शुभकरण सिंह बीती 13 फरवरी को दिल्ली की तरफ किसानों के साथ कूच करते हुए खनौरी बॉर्डर पर पहुंचा था.
PM रिपोर्ट के बाद होगी FIR
इस घटना को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पहले ही कह चुके हैं कि शुभकरण के पोस्टमार्टम के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा है कि हरियाणा पुलिस का जो भी अधिकारी शुभकरण की मौत के लिए जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
10 दिनों से जारी है प्रदर्शन
बता दें कि MSP सहित अन्य मांगों को लेकर किसान पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर पिछले 10 दिन से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच हरियाणा बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने दावा किया है कि बुधवार को पुलिस से झड़प के दौरान खनौरी बॉर्डर पर 21 साल के एक किसान की मौत हो गई, जिसके बाद किसान लगातार भड़के हुए हैं. इस किसान का नाम शुभकरण सिंह है.