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Camera on Highways: सड़क किनारे NHAI लगाने जा रहा एडवांस कैमरे, जल्द Highways पर चलते समय मानने होंगे ये सारे नियम

NHAI On Advance Cameras: How to Avoid This Sight? NHAI is going to install advanced cameras on roadsides, if you break the rules, you will have to pay a fine

 
NHAI On Advance Cameras

भारत के सड़कों पर होने वाली घातक दुर्घटनाओं को कम करने और सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने एक नई और अत्याधुनिक प्रणाली का उपयोग करने का कदम उठाया है। इस नई प्रणाली के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर यातायात सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए अत्याधुनिक यातायात प्रबंधन प्रणाली (ATMS) का उपयोग किया जा रहा है। इस लेख में, हम आपको इस नई प्रणाली के महत्व और उसके फायदे के बारे में विस्तार से बताएंगे।

अत्याधुनिक यातायात प्रबंधन प्रणाली

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने यातायात की सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए एक नई यातायात प्रबंधन प्रणाली (ATMS) का उपयोग करने का निर्णय लिया है। इस प्रणाली के तहत भारतीय सड़कों पर लगे कैमरों की जगह 'वीडियो इंसिडेंट डिटेक्शन एंड एनफोर्समेंट सिस्टम' (VIDEOS) का उपयोग किया जा रहा है।

VIDEOS कैमरे 14 अलग-अलग घटनाओं की पहचान कर सकते हैं, जैसे कि दोपहिया वाहनों पर अधिक यात्री, हेलमेट और सीटबेल्ट का उपयोग न करने का नियमों का उल्लंघन, गलत लेन या दिशा में गाड़ी चलाने का पता लगाना, राजमार्ग पर जानवरों की उपस्थिति और पैदल यात्रियों का सड़क पार करना।

VIDEOS कैमरों के फायदे

VIDEOS कैमरों के उपयोग से सड़क सुरक्षा में कई महत्वपूर्ण फायदे होते हैं:

1. यातायात निगराणी

ये कैमरे रास्ते पर चल रहे वाहनों की निगराणी करते हैं और किसी अपातकालीन परिस्थिति की सूचना उपलब्ध कराते हैं। इसके माध्यम से वाहनों या एम्बुलेंस को अलर्ट किया जा सकता है, जिससे दुर्घटनाओं के आसपास के क्षेत्र में त्वरित प्रभावी उपचार की योजना बनाई जा सकती है।

2. अलर्ट्स और सूचनाएं

VIDEOS कैमरे पास के 'वैरिएबल मैसेजिंग बोर्ड' पर अलर्ट जारी कर सकते हैं और पास के यात्रियों को 'राजमार्ग यात्रा' मोबाइल ऐप के माध्यम से सूचनाएं भेज सकते हैं। इसके माध्यम से यात्री सड़कों की सुरक्षा के बारे में अगाह रह सकते हैं और संवेदनशीलता बढ़ा सकते हैं।

यातायात प्रबंधन की और सुरक्षा

VIDEOS कैमरों को राष्ट्रीय राजमार्गों पर लगभग हर 10 किलोमीटर पर स्थापित किया जाने का प्लान बनाया गया है, जिससे यातायात सुरक्षा के क्षेत्र में व्यापक कवरेज मिल सकेगी। हर 100 किमी पर अत्याधुनिक कमांड और नियंत्रण केंद्र विभिन्न कैमरों से मिली सूचना या जानकारी को इकट्ठा करेंगे, जिससे सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए त्वरित कार्रवाई ली जा सकेगी।

इसके अलावा, VIDEOS कैमरों के साथ वाहन की गति का पता लगाने वाली प्रणाली (VSDS) को भी वीआईडीईएस से जोड़ा गया है। यह स्वचालित नंबर प्लेट पहचान (ANPR) कैमरों के उपयोग को बेहतर बनाएगा, जिससे गुमराह यात्रीओं और वाहनों की पहचान करना आसान होगा।

यातायात मॉनिटरिंग कैमरा प्रणाली (TMCS)

यातायात मॉनिटरिंग कैमरा प्रणाली (TMCS) को भी बेहतर बनाया जाएगा, जिसका उपयोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर एक किलोमीटर पर स्थित होते हैं। इन कैमरों की मदद से दुर्घटनाओं और रुके हुए वाहनों का स्वचालित पता लगाने की क्षमता होती है, जिससे त्वरित रुकावटों के खिलाफ कदम उठाया जा सकता है।

इसके अलावा, स्थानीय यातायात एजेंसियों के साथ सहयोग को मजबूत करते हुए, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यातायात पुलिस प्रतिनिधियों के लिए कमांड और नियंत्रण केंद्र में अलग से कार्यस्थान उपलब्ध कराएगा, जिससे सड़क सुरक्षा की नजर रखने और उपाय करने के लिए बेहतर संवेदनशीलता मिलेगी।

समान सुरक्षा के लिए साथ में काम

एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में, VIDEOS कैमरों के नेटवर्क पर कैमरे की जानकारी साझा करने का भी प्रावधान किया गया है। इससे वास्तविक समय पर समन्वय हो सकता है और उन घटनाओं के संबंध में त्वरित कार्रवाई ली जा सकती है, जो सड़क सुरक्षा को खतरे में डाल सकती हैं।

हर 10Km पर लगे होंगे नए कैमरा 

इन कैमरों को राष्ट्रीय राजमार्गों पर हर 10 किमी पर स्थापित करने की योजना है और हर 100 किमी पर विभिन्न कैमरा फ़ीड को एकीकृत करने के लिए कमांड और कंट्रोल सेंटर होंगे। इसके अलावा ट्रैफिक मॉनिटरिंग कैमरा सिस्टम (टीएमसीएस) को भी अपग्रेड किया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर 1 किमी पर स्थित, ये कैमरे दुर्घटनाओं और रुके हुए वाहनों का स्वचालित पता लगाने जैसी उन्नत क्षमताओं से संपन्न हैं।