सिरसा CDLU में सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम का हुआ आयोजन, 12 राज्यों के 230 स्वयंसेवकों ने की शिरकत
Sirsa News: सिरसा CDLU में सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम का हुआ आयोजन, 12 राज्यों के 230 स्वयंसेवकों ने की शिरकत! भारतीय सांस्कृतिक विरासत ने सदैव हमें अपने सांस्कृतिक धरोहर की अमूल्य विरासत के प्रति संवेदनशील बनाया है। इस विरासत का महत्व भारत की विविधता में स्पष्ट रूप से प्रकट होता है, जहाँ प्रत्येक राज्य अपनी विशेष सांस्कृतिक पहचान के साथ गर्व से उभरता है।
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा
भारतीय संस्कृति के विभिन्न आयामों को एकत्रित करने का एक अद्वितीय पहल चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय द्वारा किया गया है। यहाँ पर विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक झलकियों को एक स्थान पर लाने का प्रयास किया गया है।
दिखी भारतीय संस्कृति की झलक
असम: बिहू नृत्य के माध्यम से असम की उत्साहजनक आत्मा दिखाई गई।
महाराष्ट्र: कोली समूह नृत्य ने महाराष्ट्र की सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत किया।
राजस्थान: राजस्थानी सांस्कृतिक गाने और कालबेलिया नृत्य ने लोगों को मंत्रमुग्ध किया।
पंजाब: गिद्दा और हिंदी गानों के माध्यम से पंजाब की सांस्कृतिक विविधता को प्रस्तुत किया गया।
गुजरात: गरबा समूह नृत्य ने गुजरात की रमज़ानी सांस्कृतिक आत्मा को प्रस्तुत किया।
उड़ीसा: ओडिसी नृत्य ने उड़ीसा की ऐतिहासिक सांस्कृतिक धरोहर को प्रकट किया।
तमिलनाडु: भरतनाट्यम क्लासिकल नृत्य ने तमिलनाडु की कला को उजागर किया।
दिल्ली: तबला वादन ने दिल्ली की मिश्रित सांस्कृतिक पहचान को प्रस्तुत किया।
जम्मू एंड कश्मीर: जागरण नृत्य ने जम्मू और कश्मीर की विरासत को संजोया।
हरियाणा: हरियाणवी नृत्य ने हरियाणा की जीवंत सांस्कृतिक धरोहर को प्रकट किया।
मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश परिचय नृत्य ने मध्य प्रदेश की विविधता को प्रस्तुत किया।
तेलंगाना: बथुकम्मा सथुलु नृत्य ने तेलंगाना की संस्कृति को व्यक्त किया।