सिंगापुर, दुबई की तर्ज पर Noida Airport के पास बनेगी फिनटेक सिटी, जल्द तैयार होगी DPR, आसमान छूने लगेंगे जामिनों के रेट
Haryana Kranti News, नई दिल्ली: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के पास सेक्टर-13 में एक नई फिनटेक सिटी विकसित होगी। इस परियोजना को सिंगापुर, दुबई, और चीन की तर्ज पर बनाया जाएगा। तकनीकी बिड में पांच कंपनियां शामिल हैं, जिनमें से तीन विदेशी और दो स्वदेशी हैं। यह अद्भुत परियोजना उत्तर भारत में एक पहली होगी जो फिनटेक सिटी (FinTech City) की शुरुआत करेगी। परियोजना की शुरुआत के लिए प्रशासनिक प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और तीन महीने में इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार होगी।
प्रमुख आवेदक कंपनियां और उनका चयन
यमुना प्राधिकरण के अनुसार, इस परियोजना को विकसित करने के लिए पांच कंपनियों का चयन हुआ है। इनमें जोन्स लैंग लासाल प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स, सीबीआरई दक्षिण एशिया, वॉयंट्स सोल्यूशंस, ट्रैकटेबेल इंजीनियरिंग, और कुशमन एंड वेकफील्ड इंडिया शामिल हैं। इन कंपनियों को चयन करने के बाद, आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) में पांचों कंपनियों की तकनीकी बिड खोली गई, और सभी में से पांच बिड पास हो गई हैं।
प्रोजेक्ट की विस्तारित रिपोर्ट और आगामी प्रक्रिया
प्राधिकरण ने बताया कि अगले सप्ताह तक वित्तीय बिड खोली जाएगी और उसके बाद फिजिबिलिटी स्टडी कम डीपीआर तैयार होगी। इसके लिए 60 से 90 दिन का समय निर्धारित किया जाएगा। परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए, अनुभवी और प्रमुख देशों की तुलना में इसका अध्ययन किया गया है, जैसे कि सिंगापुर और दुबई में पहले से ही इस तरह की सुविधाएं हैं।
परियोजना के मुख्य उद्देश्य
यह फिनटेक सिटी प्रौद्योगिकी, सॉफ्टवेयर, और इंटरनेट के माध्यम से ग्राहकों को विभिन्न वित्तीय सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियों के लिए एक अद्वितीय क्षेत्र बनाएगी। इसमें ब्लॉक चेन, पेमेंट, एक्सचेंज, रिसर्च, डिजिटल मनी, ऑनलाइन बैंकिंग, निवेश, और क्राउड फंडिंग जैसी गतिविधियां शामिल होंगी। इसमें बड़े संस्थानों को लाने के लिए आयोजन की जाएगी, जैसे कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने वाले संगठनों को लाने के लिए एक ऑडिटोरियम और प्रदर्शनी हॉल बनाए जाएंगे।
वित्तीय सुविधाएं और कंपनियों को छूटें
इस परियोजना में निवेश करने वाली कंपनियों को कई सुविधाएं मिलेंगी। उन्हें नए उत्पाद लॉन्च करने के लिए अलग से लाइसेंस लेने की जरुरत नहीं होगी। कंपनियों को एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेशी) और नई औद्योगिक प्रोत्साहन नीति के तहत लैंड सब्सिडी, टैक्स, कस्टम आदि में छूट प्रदान की जाएगी।
फिनटेक सिटी के अंतर्गत आने वाली कंपनियां प्रौद्योगिकी, सॉफ्टवेयर, और इंटरनेट के माध्यम से ग्राहकों को बैंकिंग और बीमा जैसी वित्तीय सेवाएं प्रदान करती हैं। यहां इंटरनेशनल मॉनिटरिंग फंड, वर्ल्ड बैंक, स्टॉक एक्सचेंज जैसे बड़े संस्थानों को लाने के लिए अवसर होगा और यहां निवेश करने वाली कंपनियों को नई औद्योगिक नीति का भी लाभ मिलेगा।
नोएडा का उद्दीपन
नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुणवीर सिंह ने कहा, 'फिनटेक सिटी को बसाने के लिए चार मॉडल पर विचार किया जा रहा है, जैसे कि एकल या एकाधिक आवंटियों को भूमि देने और सार्वजनिक निजी भागीदारी मॉडल या हाइब्रिड जैसे वित्तीय माडॅल पर विकास किया जा सकता है।'
इस प्रोजेक्ट के माध्यम से, नोएडा ने विश्व स्तर पर एक मोडर्न और तकनीकी दृष्टि से समृद्धि भरा क्षेत्र बनाने का मनोबल दिखाया है। इस तरह की पहली फिनटेक सिटी का निर्माण करने का उद्दीपन रखने वाला यह परियोजना उत्तर भारतीय राज्यों में एक नया मील का पत्थर साबित हो सकता है।