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हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का कटा चालान, जानें पूरा मामला

हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) को बिना हेलमेट बाइक चलाने पर फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस ने चालान जारी किया है। यह चालान मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों का उल्लंघन करने पर किया गया है। इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। आइए जानते हैं इस घटना का पूरा विवरण और बाइक रैली के दौरान हुए नियमों के उल्लंघन के बारे में।
 
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Haryana News: हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) को बिना हेलमेट बाइक चलाने पर फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस ने चालान जारी किया है। यह चालान मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों का उल्लंघन करने पर किया गया है। इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। आइए जानते हैं इस घटना का पूरा विवरण और बाइक रैली के दौरान हुए नियमों के उल्लंघन के बारे में।

रविवार को फरीदाबाद (Faridabad News) में एक जनसभा के दौरान जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता हाजी करामत अली द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के दौरान बाइक रैली निकाली गई, जिसमें 50-60 कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। लेकिन किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था, जिनमें खुद दुष्यंत चौटाला भी शामिल थे।

एनआईटी विधानसभा क्षेत्र के गौंछी में हुई इस रैली पर फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस ने मीडिया रिपोर्ट्स पर संज्ञान लेते हुए मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों का उल्लंघन करने पर चालान जारी किया।

कार्यक्रम का आयोजन बच्चू पार्क, गौंछी में किया गया था, जहाँ से बाइक रैली निकाली गई। यह रैली सोहना मोड़ टी पॉइंट से शुरू हुई और गौंछी तक चली। बाइक रैली में शामिल सभी लोगों ने हेलमेट नहीं पहना था, जो कि मोटर व्हीकल एक्ट का सीधा उल्लंघन था।

विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक पार्टियाँ चुनाव प्रचार के लिए बाइक रैलियाँ और जनसभाएँ आयोजित कर रही हैं। लेकिन इन रैलियों में मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों का उल्लंघन आम बात हो गई है। नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा बिना हेलमेट बाइक चलाना और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करना, एक गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है।

फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस की इस कार्रवाई से यह संदेश मिलता है कि मोटर व्हीकल एक्ट का पालन सभी नागरिकों, चाहे वे आम जनता हों या नेता, के लिए अनिवार्य है। यह घटना सभी राजनीतिक दलों और उनके कार्यकर्ताओं के लिए एक सबक है कि वे ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन करें, खासकर बाइक रैलियों के दौरान।