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हरियाणा की छोरी ने दिखाया महिला प्रीमियर लीग में दम, सचिन तेंदुलकर का तोड़ा था ये रिकार्ड, जानें...

शैफाली के पिता संजीव वर्मा ने उन्हें क्रिकेट की दुनिया में प्रेरित किया। उनका साझा क्रिकेटीय अनुभव और प्रेरणा ने शैफाली को खेल के प्रति उत्साहित किया। उन्होंने क्रिकेट एकेडमी में लड़कों के साथ खेलने का अनुभव भी प्राप्त किया।
 
girl from haryana

HARYANA NEWS: हरियाणा की छोरी ने दिखाया महिला प्रीमियर लीग में दम सचिन तेंदुलकर का तोड़ा था ये रिकार्ड, जानें... महिला प्रीमियर लीग (WPL) में उम्र की सिम्हा को पार करते हुए रोहतक की बेटी शैफाली वर्मा ने अपने खेल के जादू में सबको अपनी ओर मोहित कर लिया। उनके धारावाहिक खेलने की शैली ने विपक्षी गेंदबाजों को भी चौंका दिया, जब उन्होंने 155 से भी ज्यादा स्ट्राइक रेट से 309 रन बनाए। उन्होंने पूरी प्रतियोगिता में 20 छक्के लगाकर सिक्सर किंग का खिताब हासिल किया।

शैफाली के पिता संजीव वर्मा ने उन्हें क्रिकेट की दुनिया में प्रेरित किया। उनका साझा क्रिकेटीय अनुभव और प्रेरणा ने शैफाली को खेल के प्रति उत्साहित किया। उन्होंने क्रिकेट एकेडमी में लड़कों के साथ खेलने का अनुभव भी प्राप्त किया।

शैफाली की प्रभावशाली प्रदर्शन
शैफाली वर्मा ने अपने क्रिकेटीय करियर की शुरुआत हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से चलाए जा रहे रामनारायण क्रिकेट क्लब से की। उन्होंने अंडर-19 विश्व कप में टीम भारत की कप्तानी की और उसे सफलता मिली।

विश्व स्तर पर उपलब्धियाँ
शैफाली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अर्धशतक जड़कर भारतीय क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम रोशन किया है। उन्होंने सचिन तेंदुलकर के 30 साल पुराने रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। इस उपलब्धि के साथ, उन्होंने भारत के सबसे युवा खिलाड़ी का खिताब हासिल किया है।

पिता के साथ खेलकर ही बड़ी हुई शैफाली
शैफाली के पिता संजीव वर्मा भी क्रिकेट खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने घरेलू क्रिकेट खेला है। अपने क्रिकेट अनुभव को बेटी से साझा करते हुए उसे बेहतर खेलने के लिए प्रेरित किया। उसने क्रिकेट एकेडमी में लड़कों के साथ खेल का अभ्यास किया। खेल के लिए भी उसने अपने बाल भी लड़कों की तरह कटवाए।

संजीव वर्मा बताते हैं कि शैफाली ने आठ वर्ष की आयु में शहर के झज्जर रोड स्थित हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से चलाए जा रहे रामनारायण क्रिकेट क्लब से खेलने की शुरुआत की। आईपीएल के दूसरे सीजन में शैफाली ने अच्छा प्रदर्शन किया है। वह खुद दूसरी बार दिल्ली में रविवार को फाइनल मैच देखने गए।

शैफाली ने लगाए तीन अर्धशतक, चौथे से चूकी
पहला मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 8 गेंदों पर एक रन, दूसरे मैच में यूपी वॉरियर्स के खिलाफ 43 गेंदों पर 64 रन, तीसरे मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 31 गेंदों पर 50 रन, चौथे मैच में गुजरात जायन्ट्स के खिलाफ 9 गेंद पर 13 रन, पांचवें मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 12 केंद्र पर 28 रन, छठे मैच में यूपी वॉरियर्स के खिलाफ 12 गेंद पर 15 रन, सातवें मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 18 गेंद पर 23 रन, आठवें मैच में गुजरात जायन्ट्स के खिलाफ 37 गेंद पर 71 रन और फाइनल मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर 23 गेंद पर 44 रन बनाए।

सचिन का रिकाॅर्ड तोड़ा था शैफाली ने
शैफाली वर्मा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अर्द्धशतक जड़ने वाली भारत की सबसे युवा खिलाड़ी हैं। उन्होंने सचिन तेंदुलकर का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। शैफाली ने यह उपलब्धि 15 साल और 285 दिन की उम्र में हासिल की थी। इस तरह उन्होंने दिग्गज क्रिकेटर तेंदुलकर को पीछे छोड़ा, जिन्होंने अपना पहला टेस्ट अर्द्धशतक 16 साल और 214 दिन की उम्र में बनाया था। रोहतक की इस युवा खिलाड़ी ने सूरत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने करिअर के दूसरे टी-20 मैच में 46 रन की पारी खेली थी।