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Kisan Credit Cards: किसानों के लिए खुशखबरी! ये बैंक किसानों को बिना ब्याज के देंगे लोन, पूरे हो सकेंगे जरूरी काम

Kisan Credit Cards News: राज्य सरकार किसानों सहित सहकारी क्षेत्र से जुड़े हितधारकों के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। विभाग किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) रखने वाले किसानों को ब्याज मुक्त, अल्पकालिक कृषि ऋण प्रदान करने की प्रक्रिया में है।
 
Kisan Credit Cards

Haryana Kranti, पटना: बिहार में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के किसानों के लिए अच्छी खबर (Good news for farmers) है. जल्द ही किसानों को राज्य सहकारी बैंकों से ब्याज मुक्त ऋण (Interest free loans) मिलना शुरू हो जाएगा। बिहार सरकार ने मंगलवार को कहा कि यह किसानों को ब्याज मुक्त दिया जाने वाला अल्पकालिक कृषि ऋण होगा. पीटीआई की खबर के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि इस पहल के तहत किसानों को फसल के बाद के खर्चों के साथ-साथ कृषि और अन्य संबद्ध गतिविधियों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए ऋण दिया जाएगा.

सरकार मदद करने की कोशिश

बिहार सहकारिता विभाग (Bihar Co-operative Department) के अपर मुख्य सचिव (ACS) दीपक कुमार सिंह के मुताबिक, राज्य सरकार किसानों समेत सहकारी क्षेत्र से जुड़े हितधारकों के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. विभाग किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) रखने वाले किसानों को ब्याज मुक्त, अल्पकालिक कृषि ऋण प्रदान करने की प्रक्रिया में है। प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार ने उन्हें सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है।

किसानों के लिए कई कदम उठाए

1,000 पैक्स को सामान्य सेवा केंद्र के रूप में विकसित करने का काम शुरू हो चुका है। अपर मुख्य सचिव ने यहां 70वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह 2023 के अवसर पर एक कार्यक्रम में यह बात कही. इस मौके पर बिहार के सहकारिता विभाग के मंत्री सुरेंद्र यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने सहकारी समितियों के साथ-साथ किसानों के लिए भी कई कदम उठाए हैं. प्रदेश के समग्र विकास में लघु एवं सीमांत किसान महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

मंत्री ने कहा कि हम जल्द ही किसानों के लिए कई प्रोत्साहन लाएंगे. हमारे सहकारी बैंक लगातार लाभदायक हैं और खरीद और अन्य सहकारी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू कर रहे हैं। सरकार के इस फैसले के बाद बड़ी संख्या में आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को खेती में काफी मदद मिलेगी.