Meri Kahani : 62 साल की महिला ने पड़ोसी से बुझाई अपनी प्यास, अब हो रहा है पछताना

Relationship with Neighbour: पति की मौत के बाद पत्नी खुद को अकेला महसूस करने लगी। उनका एक पड़ोसी (Padosi ke sath Affair) अक्सर घर आता जाता रहता था। 62 साल की महिला (Padosi ke sath Affair) को अपनी पड़ोसी (Padosi ke sath Affair) से प्यार हो गया। दोनों रिलेशनशिप में आ गए।
जगजीत सिंह की वह गजल तो आपने सुनी होगी कि ‘ना उम्र की सीमा हो ना जन्म का हो बंधन, जब प्यार करे कोई तो देखें केवल मन।’ जी हां, दिल तो बच्चा रहता है फिर चाहे उम्र कुछ भी क्यों ना हो। आज ब्लैक डायरी में हम आपको ऐसी ही महिला (Padosi ke sath Affair) की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसकी उम्र तो 62 साल है लेकिन दिल अभी भी जवां है। पति की मौत के बाद जब यह औरत अकेली हो गई तो इसका दिल अपने ही पड़ोसी (Padosi ke sath Affair) पर आ गया। फिर क्या हुआ आइए हम आपको बताते हैं…
पड़ोसी (Padosi ke sath Affair) को देखकर बढ़ती है सेक्स ड्राइव
62 वर्षीय रेखा (परिवर्तक नाम) की महिला (Padosi ke sath Affair) कहती हैं कि मैंने सालों से यौन संबंध नहीं बनाया, क्योंकि मेरे पति का निधन हो गया है। मैं दादी हूं, नानी हूं और इस भूमिका में बहुत खुश हूं। लेकिन हाल ही में मेरे पड़ोस में रहने वाले एक शख्स को देखकर मुझे कुछ हुआ। हम दोनों में थोड़ी बातें भी हुई। उसे देखकर मैं बहुत उत्सुक हो जाती हूं और मुझे शारीरिक संबंध ( Relationship with Neighbour ) बनाने का मन करता है। लेकिन यह डर भी सताता है कि पड़ोसी (Padosi ke sath Affair) और मेरे घर वाले क्या सोचेंगे। मुझे हमेशा यही ख्याल आता है कि क्या इस उम्र में इस तरह की भावनाएं रखना गलत होता है।
मन को रोका, नहीं कहीं दिल की बात ( Relationship with Neighbour )
रेखा बताती हैं कि उनसे बात करने का, उनके करीब जाने का मेरा बहुत मन करता ( Relationship with Neighbour ) था, लेकिन मैंने कभी अपने दिल की बात उन्हें नहीं बताई। हालांकि, उसको भी इस बात का इल्म तो जरूर होगा कि मैं मन ही मन उसे चाहने लगी हूं, लेकिन अपनी उम्र और नाती-पोतों को देखते हुए मैंने अपने दिल की बात उनको नहीं बताई।
एक्सपर्ट की राय
प्यार करने या शारीरिक संबंध बनाने भी उम्र की कोई या बाधा नहीं होती है। कई लोग तो 80 साल के बाद तक यौन संबंध ( Relationship with Neighbour ) को जारी रखते हैं। यह एक बहुत प्यारा अनुभव होता है, जो एक-दूसरे को करीब लाता है। रही बात परिवार की, तो आपका परिवार आपकी भावनात्मक जरूरतों को जरूर समझेगा कि आप सालों से अकेली रह रही हैं और आपको भी एक सहारे की जरूरत है। लेकिन सबसे पहले आपका ये जानना जरूरी है कि सामने वाला पड़ोसी (Padosi ke sath Affair) भी वहीं फील करता है जो आप करती हैं। इसके बाद आप इस बारे में विचार करें कि कैसे आप उनसे बात कह सकती हैं और किसी को बिना दुख पहुंचाए अपनी जरुरतों को ही पूरा कर सकती हैं।