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मोदी सरकार ने किसानों को दिया एक बड़ा तोहफा, 22,000 करोड़ रुपये की उर्वरक सब्सिडी को मंजूरी, जानें

Union Cabinet Meeting: अंतरराष्ट्रीय बाजार में उर्वरकों की कीमत में लगातार इजाफा देखा जा रहा है. ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा था कि भारत में भी खाद की कीमतों पर बढ़ोतरी होती है. अब इसको लेकर केंद्र ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने उर्वरकों पर किसानों को मिलने वाली सब्सिडी की राशि बढ़ाकर 22303 करोड़ रुपये करने का फैसला किया है.
 
PM Modi Cabinet

किसानों के लिए खुशखबरी! मोदी सरकार ने दिवाली के मौके पर किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. यह उपहार उर्वरक सब्सिडी की बढ़ती दीवार है, जो किसानों को उनके खेतों के पोषण मूल्य पर सस्ते उर्वरकों से लाभ उठाने की अनुमति देगा। केंद्र सरकार (Central Government) ने दिवाली से पहले किसानों के लिए खजाना खोल दिया है. आज पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली बैठक (PM Modi) में केंद्रीय मंत्रीमंडल ने पोषक तत्व आधारित सब्सिडी की दरों को मंजूरी दे दी है.

किसानों के लिए उर्वरक सब्सिडी की बढ़ती दीवार

मोदी सरकार ने चालू रबी सीजन के दौरान खेतों में उर्वरक डालने वाले किसानों के लिए 22,303 करोड़ रुपये की सब्सिडी को मंजूरी दी है। इस निर्णय के बाद, नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश और सल्फर जैसे मिट्टी के पोषक तत्वों पर पोषण आधारित सब्सिडी प्रदान की जाएगी। सब्सिडी 1 अक्टूबर 2023 से 31 मार्च तक मौजूदा रबी फसल सीजन के लिए लागू होगी।

नई उर्वरक दरें

नाइट्रोजन पर सब्सिडी: सरकार ने नाइट्रोजन पर 47.02 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से सब्सिडी मंजूर की है। सब्सिडी से किसानों को सस्ते में नाइट्रोजन उर्वरक उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।

फॉस्फोरस पर सब्सिडी: फॉस्फोरस पर 20.82 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से सब्सिडी मंजूर की गई है। फास्फोरस के प्रयोग से खेतों के पोषण मूल्य को बढ़ाने में मदद मिलती है।

पोटाश पर सब्सिडी: पोटाश पर 2.38 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से सब्सिडी मंजूर की गई है। इससे किसानों को सस्ता पोटाश उर्वरक प्राप्त करने में मदद मिलेगी, जो उनके खेतों के लिए महत्वपूर्ण है।

सल्फर पर सब्सिडी: सल्फर के लिए सब्सिडी 1.89 रुपये प्रति किलोग्राम स्वीकृत की गई है। सल्फर का उपयोग खेतों में मिट्टी के पोषण में सुधार के लिए किया जाता है, और सब्सिडी से किसानों को सस्ते में सल्फर उर्वरक उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।

उत्तराखंड के किसानों के लिए बड़ी खबर

उत्तराखंड के किसानों के लिए भी सरकार ने बड़ी खबर दी है. प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में जमरानी बांध बहुउद्देश्यीय परियोजना को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना-त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (PMKSY-AIBP) के तहत शामिल करने की मंजूरी दे दी है। इस परियोजना पर 2,584 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

जमरानी बांध परियोजना: इस परियोजना के तहत, उत्तराखंड के नैनीताल जिले में राम गंगा नदी की सहायक नदी गोला नदी पर जमरानी गांव के पास एक बांध बनाने की परिकल्पना की गई है। यह बांध 40.5 किमी लंबी नहर प्रणाली और 244 किमी लंबी नहर प्रणाली के माध्यम से पानी उपलब्ध कराएगा, जिससे किसानों की सिंचाई समस्या का समाधान होगा।

कृषि क्षेत्र में सुधार

साथ ही इन सभी पहलुओं से किसानों को विशेष लाभ होगा। उर्वरक सब्सिडी की बढ़ती दीवार से उन्हें खेतों के पोषण मूल्य पर सस्ता उर्वरक मिलेगा और जमरानी बांध परियोजना से सिंचाई की समस्या का समाधान होगा।

यह कृषक समुदाय के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि यह किसानों की समृद्धि के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने के सरकार के प्रयासों का प्रतीक है।

सब्सिडी की इस बढ़ती दीवार के माध्यम से, सरकार किसानों के लिए उर्वरक आपूर्ति बढ़ा रही है और कृषि उपज को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है।

इसके अलावा, जमरानी बांध परियोजना नैतिक दृष्टिकोण के साथ-साथ सिंचाई क्षेत्र में एक नई ऊर्जा दिशा को संचालित करने के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह नदियों को बचाने और जलवायु परिवर्तन से लड़ने का संकेत देती है।