सिरसा के किसानों ने खोल मोर्चा, नहरों के लिए पास हुआ 66 करोड़ का बजट, 5 साल बाद भी नहीं शुरू हुआ काम
Haryana Kranti News, सिरसा: जब से 2014 में सरकार ने सिरसा में दो नए माइनरों का निर्माण करने की मंजूरी दी थी, तब से ही किसानों की उम्मीदें बढ़ी थीं कि सिंचाई के लिए उन्हें मिलने वाले पैसे मंजूर होना शुरू हो जाएंगे। लेकिन, अब तक का समय बता रहा है कि यह उम्मीदें सिर्फ एक ख्वाब ही रही हैं।
माइनरों का निर्माण
किसानों के अनुसार, सरकार ने 2019 में माइनरों के लिए 54 करोड़ 6 लाख रुपए और 12 करोड़ 26 लाख रुपए की मंजूरी दी थी, लेकिन अब तक इन माइनरों का निर्माण शुरू नहीं हुआ है। इसके बावजूद, किसान संघर्ष समिति के प्रधान हीरा सिंह का कहना है कि वे अब तक कमीटी के साथ मिलकर सरकार से अपने अधिकार की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी आवाज को सुनने में कोई कसर नहीं आ रही है।
किसानों की आवाज
15 गांवों के किसानों ने सिरसा लघु सचिवालय के बाहर जमकर धरना दिया है, जिसमें उन्होंने सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई है। किसानों का कहना है कि माइनरों के निर्माण के बावजूद भी, सिंचाई के लिए दो माइनरों (खरीफ चैनल) का निर्माण नहीं हो रहा है, जिससे उन्हें बड़ी परेशानी हो रही है।
किसानों का रोष
हीरा सिंह, संघर्ष समिति के प्रधान, ने बताया कि किसानों को अब सत्य का सामना करना पड़ रहा है। जबकि सरकार ने पैसे मंजूर होने की मंजूरी दे दी है, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ है। इसके परिणामस्वरूप, किसान समूह महसूस कर रहा है कि उन्हें धोखा मिला है और उनकी उम्मीदों पर पानी फिरा गया है।
संघर्ष का फैसला
संघर्ष समिति ने तय किया है कि जब तक दोनों माइनरों का काम शुरू नहीं होता, तब तक वे अपना धरना जारी रखेंगे। हीरा सिंह ने बताया कि कमेटी ने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने का फैसला किया है और वे इस संघर्ष को आगे बढ़ाएंगे।