गोरखपुर वालों को लगे ही हाथ दूसरे एक्स्प्रेसवे की भी मिल गई सौगात ! देखें इसका रूट मेप
New Expressway: गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे की नई योजना के तहत जगदीशपुर-कोनी से जैतपुर तक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इसके लिए सर्वेक्षण शुरू कर दिया है, जिससे यह तय होगा कि यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन के समानांतर चलेगा या नहीं।
केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने हाल ही में गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से जोड़ने का निर्णय लिया है। यह निर्णय सिलीगुड़ी से दिल्ली तक के सफर को और सुगम बनाने के लिए लिया गया है। इस नए रूट को जोड़ने से एक्सप्रेसवे की लंबाई लगभग 15 किमी बढ़ जाएगी।
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे का नया रूट गोरखपुर मंडल के तीन जिलों - गोरखपुर, देवरिया, और कुशीनगर से होकर गुजरेगा। पहले तैयार डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) के अनुसार, इन जिलों के 115 गांवों की जमीन अधिग्रहित की जानी थी। लेकिन अब एक्सप्रेसवे की लंबाई बढ़ने से और अधिक गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी।
एनएचएआई गोरखपुर परियोजना निदेशक ललित प्रताप पाल के अनुसार, गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे को लिंक एक्सप्रेसवे के माध्यम से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने की अनुमति दिल्ली में हुई एक बैठक में दी गई है। इस रूट को बनाने के लिए सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है, और उम्मीद की जा रही है कि एक्सप्रेसवे गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन के समानांतर ही बनाया जाएगा।
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे का यह नया विस्तार और लिंकिंग गोरखपुर और पूर्वांचल के लिए एक महत्वपूर्ण विकास हो सकता है। इससे न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। एनएचएआई द्वारा सर्वेक्षण और अंतिम निर्णय के बाद, यह परियोजना क्षेत्र के लोगों के लिए एक नया अवसर बनेगी।