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राजस्थान में BJP की इनसाइड स्टोरी, दूसरी लिस्ट में वसुंधरा राजे की पैरवी को दी गई तवज्जो

 
राजस्थान में BJP की इनसाइड स्टोरी, दूसरी लिस्ट में वसुंधरा राजे की पैरवी को दी गई तवज्जो

Rajasthan Election: सियासी जानकारों का कहना है कि प्रबल संभावना है कि दो दर्जन से ज्यादा वसुंधरा समर्थकों को टिकट मिलेंगे। इनमें से तीन चौथाई सदस्य जीत जाते हैं तो वसुंधरा राजे ही सीएम बनेंगी। मोदी और अमित शाह को झुकना पड़ेगा। बीजेपी आलाकमान वसुंधरा राजे के सीएम नहीं बनाता है तो बिना वसुंधरा राजे के बीजेपी सरकार भी नहीं बना सकती है। 


राजस्थान में बीजेपी की दो लिस्ट जारी हुई है। पहली लिस्ट में 41 और दूसरी में 83 उम्मीदवारों को टिकट दिए है। पहली लिस्ट में मोदी-शाह की छाप दिखाई है तो दूसरी लिस्ट में साफ संदेश निकलकर आया है कि वसुंधरा राजे से बैर नहीं। दूसरी लिस्ट में वसुंधरा राजे की पैरवी को तवज्जो दी गई है। ऐसे में 83 में से 35 के आसपास नाम वसुंधरा राजे के समर्थकों के है। अभी और सूची आने आएगी। अभी पार्टी ने 200 में से 124 उम्मीदवार ही घोषित किए है।


वसुंधरा राजे को मनाने की कोशिश 

राजस्थान में बीजेपी इस बार बिना मुख्यमंत्री चुनाव लड़ रही है। वसुंधरा राजे समर्थक लंबे समय से राजे को ही सीएम फेस घोषित करने की मांग कर रहे थे। लेकिन बीजेपी आलाकमान ने साफ इंकार कर दिया। वसुंधरा राजे विरोधी धड़ा लगातार विरोध कर रहा था। लेकिन दूसरी लिस्ट से साफ जाहिर होता है कि राजस्थान बीजेपी में वसुंधरा राजे से बड़ा कोई नेता नहीं है। 

बीजेपी आलाकमान इस बात को अच्छी तरह से जानता है कि बिना वसुंधरा राजे के राजस्थान में सरकार बनाना और फिर उससे चलाना बेहद मुश्किल है। ऐसे में बीजेपी आलकमान ने वसुंधरा राजे के कट्टर समर्थकों को जमकर टिकट दिए है। सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे अब पार्टी के प्रचार के लिए निकल सकती है।

सीएम फेस की रेस से बाहर नहीं हुई वसुंधरा 

सियासी जानकारों का कहना है कि बीजेपी ने दूसरी लिस्ट में वसुंधरा राजे के समर्थकों को टिकट देकर संकेत दिए है कि राजे सीएम फेस की रेस से बाहर नहीं हुई है। सीएम फेस की रेस में बनी हुई है। ऐसे में विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बहुमता मिलता है तो वसुंधरा राजे सीएम की रेस में सबसे आगे रह सकती है। हालांकि, बीजेपी नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसका निर्णय पार्टी का संसदीय बोर्ड फैसला करेगा। संसदीय बोर्ड चाहे जो फैसला करें।


 एक बात क्लीयर है चुनाव बाद वसुंधरा राजे के अनदेखी नहीं होगी। वसुंधरा राजे के धुर विरोधी राजे को समाप्त हुआ मान रहे थे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। बता दें दूसरी लिस्ट अधिकांश वे नाम है जिन्होंने वसुंधरा राजे के जन्मदिन पर आयोजित शक्ति प्रदर्शन में शामिल हुए थे। माना जा रहा है कि तीसरी लिस्ट में कुछ सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। इनमें वसुंधरा राजे समर्थकों के नाम सामने आ रहे हैं।