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लाखों एंड्रॉइड यूजर्स पर मंडरा रहा खतरा, सरकार ने किया ALERT, सेफ रहना है तो तुरंत करें ये काम

लाखों एंड्रॉइड यूजर्स पर खतरा मंडरा रहा है। जिसे लेकर IT मंत्रालय के तहत इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT) ने Android ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर्स के लिए एक नई चेतावनी जारी की है।

 
android users

नई दिल्ली। लाखों एंड्रॉइड यूजर्स पर खतरा मंडरा रहा है। जिसे लेकर IT मंत्रालय के तहत इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT) ने Android ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर्स के लिए एक नई चेतावनी जारी की है। ये चेतावनी खासतौर से Android 10, Android 11, Android 12 और Android 12L यूजर्स के लिए है।

एडवाइजरी के अनुसार, ऑपरेटिंग सिस्टम में कई कमजोरियों की सूचना दी गई है, जिनका फायदा उठाकर कोई व्यक्ति आपके डिवाइस को पूरी तरह से हैक कर सकता है और कई संवेदनशील जानकारियों का खुलासा कर सकता है, चुरा सकता है और टारगेट सिस्टम पर सर्विसेस को बंद कर सकता है।

एडवाइजरी में आगे बताया गया है, "एंड्रॉइड ओएस में फ्रेमवर्क कंपोनेंट, मीडिया फ्रेमवर्क कंपोनेंट्स, सिस्टम कंपोनेंट्स, कर्नेल एलटीएस, मीडियाटेक कंपोनेंट्स, क्वालकॉम कंपोनेंट्स और क्वालकॉम क्लोज्ड सोर्स कंपोनेंट्स में खामियों के कारण ये कमजोरियां मौजूद हैं।"

एडवाइजरी के अनुसार, ये कमजोरियां हमलावर को उन्नत विशेषाधिकार प्राप्त करने, संवेदनशील जानकारी का खुलासा करने और टारगेट सिस्टम पर denial of service (DoS) की स्थिति का कारण बनने की अनुमति दे सकता है।

सेफ रहने के लिए तुरंत करें ये काम
सुरक्षित रहने के लिए, CERT-in आपको अपने स्मार्टफोन के लिए उपलब्ध एंड्रॉइड ओएस का लेटेस्ट वर्जन इंस्टॉल करने की सलाह देता है। आप सेटिंग ऐप में जाकर अपने स्मार्टफोन के लिए उपलब्ध लेटेस्ट वर्जन चेक कर सकते हैं।

क्या है DoS अटैक?
Denial of service (DoS) हमला एक साइबर सुरक्षा खतरा है जो तब होता है जब कोई हमलवार किसी डिवाइस या नेटवर्क रिसोर्सेस को एक्सेस करना असंभव बनाना चाहता है। इसका मतलब है कि जब आपका स्मार्टफोन DoS अटैक के तहत होता है, तो आप अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। ज्यादातर मामलों में, इस प्रकार के हमलों के परिणामस्वरूप चोरी या जानकारी या अन्य संपत्ति की हानि नहीं होती है।