12 साल बाद अभय-कांडा में सुलह! गोपाल के गृहमंत्री रहते हुए सिरसा में हुआ था इनेलो कार्यकर्ताओं के साथ झगड़ा
हरियाणा के सिरसा जिले के दो विधायकों में 12 साल बाद नजदीकियां बढ़ी हैं। यह दोनों विधायक हैं सिरसा के हलोपा विधायक गोपाल कांडा और ऐलनाबाद विधायक अभय सिंह चौटाला।
दोनों 12 साल बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर इकट्ठे हुए। सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव में दोनों महम विधायक बलराज कुंडू के साथ एक ही गाड़ी में हरियाणा विधानसभा में पहुंचे।
यह साथ अब दोनों के बीच मधुर संबंधों का संकेत है, जबकि ऐलनाबाद उप चुनाव में विधायक गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा ने भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था।
गोविंद यह चुनाव हार गए थे। बता दें कि कांडा और चौटाला परिवार के बीच कभी घनिष्ठ संबंध हुआ करते थे। गोपाल कांडा का पैतृक गांव भी चौटाला ही रहा है।
2010 में हुआ था इनेलो वर्करों और कांडा के बीच विवाद
वर्ष 2009 में कांग्रेस सरकार में सिरसा के निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा गृह मंत्री बने थे। 2010 में सिरसा में तत्कालीन सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की जनसभा थी।
इसके विरोध में इनेलो वर्कर बाजार बंद करवाने पहुंचे। तभी कांडा अपने समर्थकों के साथ बाजार खुलवाने पहुंच गए। इस पर कांडा समर्थकों और इनेलो समर्थकों में हाथापाई हुई।
इनेलो समर्थकों ने कांडा की गाड़ी का घेराव करने का प्रयास किया तो पुलिस कर्मचारियों ने कार्यकर्ताओं को खदेड़ा। इसके बाद 2014 में विधानसभा चुनाव में गोपाल कांडा की गाड़ी पर चल रहे कार्यकर्ताओं की गाड़ी पर हमला करके शिशा तोड़ दिया था।
इसके बाद इनेलो और हलोपा के बीच संबंध बिगड़ गए, जबकि 2005 के विधानसभा चुनाव में गोपाल कांडा ने पूर्व सीएम ओपी चौटाला को नोटों की गडि्डयों से तोला था।