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Chanakya Niti For Woman: नारी की सबसे बड़ी ताकत आप जानते है, जानोगे तो जन्नत से खूबसूरत होगी तुम्हारी जिंदगी

 
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चाणक्य नीति: आचार्य चाणक्य ने जीवन, समाज, देश, राज्य और दुनिया के बीच संबंधों को बेहतर ढंग से कैसे बनाए रखा जाए, इस पर नैतिकता के अपने सिद्धांत दिए हैं। चाणक्य के नैतिकता के सिद्धांत आज सबसे अधिक प्रासंगिक हैं। आचार्य चाणक्य के धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष के सिद्धांतों को जीवन में आत्मसात करना थोड़ा कठिन है लेकिन जो भी इनसे जुड़ा है या जो इन्हें जीवन में उतारता है उसका कल्याण होता है।

चाणक्य के नैतिकता के सिद्धांतों में अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र और राजनीति विज्ञान के सिद्धांत शामिल हैं जो आज भी लोकप्रिय हैं। चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र के सिद्धांतों में जीवन के कई नियमों का वर्णन किया है। ऐसे में चाणक्य के सिद्धांतों पर विचार करने और जीवन में उतारने की जरूरत है।

आपको बता दें कि चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र के सिद्धांतों में महिलाओं की ताकत का जिक्र किया है। जिसमें चाणक्य बताते हैं कि कैसे एक महिला आपके जीवन को बेहतर बना सकती है। चाणक्य ने कहा कि पुरुषों और महिलाओं को इन अंगों को नियंत्रित करना चाहिए ताकि उनका जीवन हमेशा सुखी और शांतिपूर्ण रहे।

मीठी आवाज़

चाणक्य बताते हैं कि स्त्री और पुरुष दोनों को ही अपनी वाणी में मधुरता बनाए रखनी चाहिए, इससे लोगों के साथ आपके संबंध हमेशा अच्छे रहेंगे। रिश्तों में मधुरता हमेशा बनी रहेगी और आपका जीवन बेहतर से बेहतर बनता जाएगा।

सोच समझकर बोलो

कहा जाता है बिना सोचे-समझे बोलना और अप्रिय सच बोलना दोनों ही आपके रिश्ते में कड़वाहट ला सकते हैं। ऐसे में स्त्री हो या पुरुष किसी भी बात को तोल कर सोच समझकर बोलना चाहिए। इससे आपके शब्दों को वजन मिलता है और लोग उन्हें सुनते हैं और उन पर अमल करते हैं।

गलत शब्द का प्रयोग

किसी को भी कभी भी गलत भाषा या शब्दों के प्रयोग से बचना चाहिए। चाहे पुरुष हों या महिलाएं, यदि वे इस सिद्धांत का पालन करते हैं, तो समाज और परिवार में उनका बहुत सम्मान होगा।

सुंदरता

अगर कोई महिला खूबसूरत है तो वह दूसरों को अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता रखती है। सुन्दरता के साथ-साथ वाणी में मधुरता हो तो ऐसी स्त्री परिवार और सम्बन्धियों में अत्यधिक आदर पाती है।

शिक्षित होना

शिक्षा सभी के लिए जरूरी है चाहे वह पुरुष हो या महिला। शिक्षा विनय और योग्यता दोनों लाती है। ऐसे में समाज में शिक्षित स्त्री पुरुष दोनों का ही सम्मान होता है।