सैकड़ों महिलाओं के साथ संबंध बनाता था ये बादशाह, पैदा कर डाले 867 बच्चे, सच्चाई जान कांप जाएगा कलेजा
नई दिल्ली: एक समय था जब धरती राजाओं की गुलाम थी. सब कुछ राजा का आदेश था, अदालतें और वकील केवल अदालत में थे। इतना ही नहीं, राजाओं की लीलाएं भी बहुत भिन्न थीं, जो वर्तमान जीवन से बहुत भिन्न हैं। देश-दुनिया में ऐसे कई राजा थे, जिन्होंने जनता के लिए बड़े-बड़े काम किए, जिनमें कुछ योद्धा तो कुछ बुद्धिमान थे। कुछ राजा अधिक से अधिक रानियां रखना पसंद करते थे, जबकि अन्य गैर-महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध बनाते थे।
हर तरह की दुनिया था, जिसमें राजा अपनी ताकत का प्रयोग अलग-अलग तरीके से करते थे। आज तक हमने अकबर के हरम की बात सुनी होगी, जिसमें सैकड़ों रानियां होती थी, लेकिन अब जो हम बताने जा रहे हैं, उसे जानकर आपका भी कलेजा हिल जाएगा। बम बात कर रहे हैं मोरक्को मशहूर और बदनाम राजा इस्माइल इब्र शरीफ की, जिसके शौक सबसे अलग ही थे।
इस राजा की कहानियां देश-दुनिया में खूब चर्चित हुई, जिनके किस्से आज भी गुनगुनाए जाते हैं। इस्माइल इब्र के कुछ तथ्य ऐसे हैं, जिनपर आप यकीन करना तो दूर कल्पना भी नहीं कर सकेंगे। अगर आपसे कोई कहे कि इस राजा ने सैकड़ों बच्चों को पैदा किया तो आप बात स्वीकार नहीं करेंगे, लेकिन यह सौ फीसदी सच है। इस्माइल इब्न शरीफ ने 17-18वीं सदी में ही सैकड़ों बच्चे पैदा कर डाले थे. वो भी प्राकृतिक तौर पर थे।
- इस्माइल इब्न शरीफ महिलाओं के साथ रहने का था शौकीन
इस्माइल इब्न शरीफ महिलाओं के साथ रात बिताने का बड़ा शौकीन था, यही वजह थी की उसकी सैकड़ों रानिया था। राजा की हरम में 500 से ज्यादा और करीब 2000 तक महिलाएं हुआ करती थीं। तमाम पुस्तकों में दावा किया गया है कि राजा इस्माइल इब्र महिलाओं के साथ रहने का बड़ा शौकीन था।
- इतने बच्चे कर डाले पैदा
इस्माइल इब्र शरीफ राजा ताकतवर और युद्ध में निपुर्ण था, जिसके चलते उसने कई राज्यों को अपने कब्जे में कर लिया। इसके साथ ही राजा के कई ऐसे शौक भी थे जो अजीबो गरीब थेउसका नाम गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले शख्स के तौर पर भी लिखा गया है। जिंदगीभर में इस शख्स ने 867 बच्चे पैदाकर डाले, इनमें 525 बेटे थे और 242 बेटियां.
हालांकि कुछ लोगों का ये भी मानना है कि ये घोषित बच्चों की ही संख्या है, जबकि उसके 1000 बच्चे भी हो सकते हैं। बादशाह की वैसे कुल 8 घोषित पत्नियां थीं, जिन्हें रानी का दर्जा प्राप्त था। बाकी महिलाएं हरम में राजा की सेवा के लिए मौजूद होती थीं। इतिहास के इस चर्चित मोरक्कन राजा की इस उपलब्धि पर आज के लोग भले ही हैरानी से आंखें फैला लें, लेकिन उस वक्त कोई इस पर सवाल नहीं उठा सकता था।